मंडला। कोरोना संक्रमण के बीच कानून व्यवस्था संभाल रहे पुलिसकर्मियों को दिन रात जनता के बीच अपनी ड्यूटी करनी होती है, ऐसे में खाकी को भी संक्रमण की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. यही सोच कर पुलिस विभाग के मुखिया दीपक कुमार शुक्ला ने जिले भर के सभी पुलिसकर्मियों की स्वास्थ्य जांच कराने के बाद एक डाटा तैयार किया है.
बीते करीब 3 महीने से कोरोना को लेकर चल रहे लॉकडाउन में लोगों को बाहर ना निकलने देने से लेकर जिले में आ जा रहे प्रवासियों की व्यवस्था और उनके खाने पीने के साथ ही कानून व्यवस्था का पालन करा रहे पुलिस कर्मियों का लोगों से लगातार संपर्क हो रहा है.
करीब साढ़े सात सौ से ज्यादा पुलिस कर्मियों का एक डाटा तैयार किया गया है. जिससे कि कोरोना को लेकर किसी भी तरह की कोई संभावना होने पर तत्काल सम्बंधित कर्मचारी को पुलिस लाइन में क्वॉरेंटाइन किया जा सके.
उप पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह कुशवाहा ने बताया कि एक चक्र में यह जांच लगातार चलती रहेगी और रूटीन में हर एक कर्मचारी और अधिकारियों की भी थर्मल स्कैनिंग, ब्लड प्रेशर, वजन सहित जरूरी जांचे कराई जाएंगी, जिससे की कोरोना संक्रमण से पुलिस विभाग को बचाया जा सके.
मंडला में करीब 35 हजार से ज्यादा लोग दूसरे प्रदेशों या जिलों से लौट कर वापस आए हैं और इन्हें घर तक वापस भिजवाने की व्यवस्था के साथ ही लॉकडाउन और कर्फ्यू के पालन की जिम्मेदारी संभाल रहे पुलिस कर्मियों के स्वास्थ्य की जांच इस लिहाज से भी जरूरी है, क्योंकि यही वे कोरोना योद्धा हैं. जिन्होंने अपनी परवाह ना करते हुए जनता की सुरक्षा के लिए दिन रात एक कर दिया.