मण्डला। जिले की बिछिया तहसील के स्कूलों में बीते सत्र में अतिथि शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं देने वाले सैकड़ों शिक्षकों का कहना है कि, उन्हें लगभग 6 महीने से सैलरी नहीं मिल रही है जिसके चलते वे यहां वहां भटक रहे लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है.
वैकल्पिक व्यवहार के तहत सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी होने पर अतिथि शिक्षकों से सेवाएं ली जाती हैं, जिन्हें उनका पैसा दिया जाता है. लेकिन मण्डला जिले में ऐसे सैकड़ों अतिथि शिक्षक हैं जो बीते सत्र के लगभग 6 माह की बची हुई राशि प्राप्त करने के लिए यहां से वहां भटक रहे हैं, लेकिन दूसरा सत्र प्रारम्भ होने के बाद से अब तक अनुदान राशि न होने के नाम पर उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है.
अतिथि शिक्षक अभय पटेल ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्लोबल अनुदान की राशि के तहत उनका भुगतान किया जा सकता था, लेकिन अधिकारियों के द्वारा रेग्युलर शिक्षकों के एरियर का भुगतान कर दिया गया और अतिथि शिक्षकों के मानदेय की तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया, और अब राशि न होने की बात कर के कोई यह बताने को तैयार नहीं कि सैलरी कब तक इन्हें दी जा सकेगी.
वहीं इस पर आदिमजाति विकास विभाग के सहायक आयुक्त विजय तेकाम ने कहा कि ग्लोबल अलाट किसी एक जिले के लिए नहीं होता वह पूरे प्रदेश के लिए होता है, जैसे ही राशि अलॉट होगी अतिथि शिक्षकों के मानदेय की राशि का भुगतान कर दिया जाएगा.