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महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने झाड़ा पल्ला, लेकिन पुलिस ने निभाई अपनी ड्यूटी, हर तरफ हो रही तारीफ

पुलिस ने एक विक्षिप्त महिला की मदद करते हुए उसे इलाज के लिए जिला चिकित्सालय भेजा और आगे जबलपुर में इलाज की व्यवस्था भी की.

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Published : Jun 28, 2019, 2:26 PM IST

विक्षिप्त महिला के साथ पुलिस

मण्डला। पुलिस की मानवीय व्यवहार की हर तरफ तारीफ हो रही है. दरअसल पुलिस ने मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और बेहतर इलाज के लिए जबलपुर भेजा है.

पुलिस ने पेश की मानवता की मिसाल

बता दें कि कुछ दिनों से इलाके में मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला देखी जा रही थी, जिसे न खुद का ख्याल था न ही अपने कपड़ों का होश. ऐसे में कुछ समाजसेवियों ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी के साथ ही कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को इसकी सूचना दी थी. पुलिस ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इस महिला को समाजसेवियों की मदद से कपड़े पहनाए और महिला पुलिस के माध्यम से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. इसके बाद इस महिला को जबलपुर मेडिकल कॉलेज में आगे के इलाज के लिए भेजने की व्यवस्था भी की.

महिला एवं बाल विकास अधिकारी की लापरवाही आई थी सामने

बता दें कि महिला एवं बाल विकास अधिकारी प्रशांत ठाकुर ने इसकी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए खुद को और अपने विभाग को इस से अलग कर लिया था. मण्डला पुलिस के इस मानवीय चेहरे की हर तरफ तरीफ हो रही है. वहीं कोतवाली थाने के प्रभारी का कहना है कि शहर में जो भी मानसिक रूप से बीमार लोग हैं, उनका इलाज करवाना पुलिस की जिम्मेदारी है.

मण्डला। पुलिस की मानवीय व्यवहार की हर तरफ तारीफ हो रही है. दरअसल पुलिस ने मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया और बेहतर इलाज के लिए जबलपुर भेजा है.

पुलिस ने पेश की मानवता की मिसाल

बता दें कि कुछ दिनों से इलाके में मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला देखी जा रही थी, जिसे न खुद का ख्याल था न ही अपने कपड़ों का होश. ऐसे में कुछ समाजसेवियों ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी के साथ ही कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को इसकी सूचना दी थी. पुलिस ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इस महिला को समाजसेवियों की मदद से कपड़े पहनाए और महिला पुलिस के माध्यम से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया. इसके बाद इस महिला को जबलपुर मेडिकल कॉलेज में आगे के इलाज के लिए भेजने की व्यवस्था भी की.

महिला एवं बाल विकास अधिकारी की लापरवाही आई थी सामने

बता दें कि महिला एवं बाल विकास अधिकारी प्रशांत ठाकुर ने इसकी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए खुद को और अपने विभाग को इस से अलग कर लिया था. मण्डला पुलिस के इस मानवीय चेहरे की हर तरफ तरीफ हो रही है. वहीं कोतवाली थाने के प्रभारी का कहना है कि शहर में जो भी मानसिक रूप से बीमार लोग हैं, उनका इलाज करवाना पुलिस की जिम्मेदारी है.

Intro:मण्डला में पुलिस का मानवीय चेहरा उस समय सामने आया जब उसने एक विक्षिप्त महिला को समाजसेवियों की मदद से न केवल जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया बल्कि उसके आगे के इलाज के लिए इस महिला को मण्डला से मेडिकल कॉलेज जबलपुर के लिए अपनी महिला स्टाफ के साथ भेजा


Body:वर्दी का रौब और कानून का डंडा लोगों के मन में पुलिस की अमूमन यही छबि रहती है लेकिन मण्डला पुलिस का एक और चेहरा है जो है इंसानियत से भरा, मण्डला शहर में कुछ दिनों से एक ऐसी विक्षिप्त महिला नज़र आ रही थी जिसे न खुद का ख्याल था न ही उसे अपने कपड़ों का होश रहता था ऐसे में कुछ समाज सेवियों ने महिला एवं बाल विकास अधिकारी के साथ ही कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को इसकी सूचना दी महिला एवं बाल विकास अधिकारी प्रशांत ठाकुर ने इसकी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए खुद को और अपने विभाग को इस से अलग कर लिया लेकिन पुलिस अधीक्षक आर आर एस परिहार और कोतवाली थाना के प्रभारी प्रदीप सोनी ने इसे गम्भीरता से लेते हुए इस महिला को समाजसेवियों की मदद से कपड़े पहनाकर महिला पुलिस के माध्यम से जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया और इसके बाद इस विक्षिप्त महिला को जबलपुर मेडीकल कॉलेज में आगे के उपचार के लिए भेजने की व्यवस्था भी की और एम्बूलेंस के द्वारा महिला पुलिस कर्मियों के साथ जबलपुर भेज भी दिया जहाँ इसका सही तरीके से इलाज हो सकेगा साथ ही जरुरत पड़ने पर इस महिला को आगे के उपचार के लिए ग्वालियर भेजा जा सके,मण्डला पुलिस के इस मानवीय चेहरे की हर तरफ तरीफ हो रही है वहीं कोतवाली थाने के प्रभारी का कहना है कि शहर में जिन भी महिला या पुरुष विक्षिप्त की जानकारी प्राप्त होंगी उनका उपचार कराना और उन्हें जरूरत के मुताबिक मदद उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी है जो हर हाल में पूरी करने की कोशिश की जाएगी।


Conclusion:महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराने से लेकर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर भेजा जाना समाज के लिए एक संदेश है जहाँ इस महिला को उसके घर वालों ने छोड़ दिया लेकिन नगर के समाजसेवियों ने सामने आकर पुलिस के साथ मिल कर एक नेक काम को अंजाम दिया जो तरीफ के काबिल है।

बाईट--अँगूरी झारिया,
महिला एवं स्वास्थ्य सभापति,

बाईट--प्रदीप सोनी,
थानाप्रभारी कोतवाली मण्डला
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