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आदिमजाति सेवा संस्थान के लिपिक भर्ती प्रक्रिया की जांच की मांग, एक अभ्यर्थी ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

मंडला की ग्राम पंचायत खलोड़ी में 2015 में आदिमजाति सेवा सहकारी समिति में लिपिकों की भर्ती की एक अभ्यर्थी ने जांच की मांग की है.

राजेश कुमार धुर्वे
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Published : Aug 21, 2019, 7:46 PM IST

मंडला। बिछिया तहसील के ग्राम पंचायत खलोड़ी में आदिमजाति सेवा सहकारी समिति में लिपिकों की भर्ती में अनियमित्ताओं की शिकायत की गयी है. 2015 में की गयी भर्ती में अभ्यर्थी राजेश कुमार धुर्वे के द्वारा शाखा प्रबंधक कन्हैया माहेश्वरी पर नियमों के विरिद्ध जाकर अपने छोटे भाई रूपदास माहेश्वरी की नियुक्ति किये जाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को आवेदन दिया गया है. जिसमें उसने मामले की जांच की मांग की है

आदिमजाति सेवा संस्थान के लिपिक भर्ती प्रक्रिया की जांच की मांग

आवेदन में राजेश कुमार धुर्वे ने आरोप लगया है कि आदिमजाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित में 2015 में लिपिक के तीन पदों की भर्ती का विज्ञापन चस्पा किया गया था. जिसमें दो पदों पर भर्ती की गई और अभ्यर्थियों को जानकारी दे दी गयी, कि एक पद शासन के द्वारा कम कर दिया गया है. जिसके छह महीने के बाद यहां के शाखा प्रबंधक कन्हैया माहेश्वरी के द्वारा अपने छोटे भाई रूपदास माहेश्वरी की नियुक्ति लिपिक पद पर करवा दी गयी. जो कि पूरी तरह नियम विरुद्ध है.

राजेश कुमार धुर्वे का कहना है कि योग्यता को दरकिनार करते हुए तीसरे पद में उस व्यक्ति की नियुक्ति की गई जो कि नियमों के अनुसार योग्य नहीं है. वहीं सूचना के अधिकार के तहत भी उसे नियुक्ति के संबंध में जानकारी नहीं दी जा रही है. ऐसे में उन्हें कलेक्टर जगदीश चंद्र जाटिया से न्याय की उम्मीद है.

मामले पर सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त श्रीधर उइके ने बताया कि उनके पास बहुत से आवेदन आते हैं और उनमें प्राथमिकता के आधार पर जांच की जाती है. इस तरह के आवेदन का उन्हें ध्यान नहीं है. गौरतलब है कि प्रार्थी के पास यहां दिए गए आवेदन की रिसिब्ड उपलब्ध है. ऐसे में जांच शुरू नहीं होना प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े करता है.

मंडला। बिछिया तहसील के ग्राम पंचायत खलोड़ी में आदिमजाति सेवा सहकारी समिति में लिपिकों की भर्ती में अनियमित्ताओं की शिकायत की गयी है. 2015 में की गयी भर्ती में अभ्यर्थी राजेश कुमार धुर्वे के द्वारा शाखा प्रबंधक कन्हैया माहेश्वरी पर नियमों के विरिद्ध जाकर अपने छोटे भाई रूपदास माहेश्वरी की नियुक्ति किये जाने का आरोप लगाते हुए कलेक्टर को आवेदन दिया गया है. जिसमें उसने मामले की जांच की मांग की है

आदिमजाति सेवा संस्थान के लिपिक भर्ती प्रक्रिया की जांच की मांग

आवेदन में राजेश कुमार धुर्वे ने आरोप लगया है कि आदिमजाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित में 2015 में लिपिक के तीन पदों की भर्ती का विज्ञापन चस्पा किया गया था. जिसमें दो पदों पर भर्ती की गई और अभ्यर्थियों को जानकारी दे दी गयी, कि एक पद शासन के द्वारा कम कर दिया गया है. जिसके छह महीने के बाद यहां के शाखा प्रबंधक कन्हैया माहेश्वरी के द्वारा अपने छोटे भाई रूपदास माहेश्वरी की नियुक्ति लिपिक पद पर करवा दी गयी. जो कि पूरी तरह नियम विरुद्ध है.

राजेश कुमार धुर्वे का कहना है कि योग्यता को दरकिनार करते हुए तीसरे पद में उस व्यक्ति की नियुक्ति की गई जो कि नियमों के अनुसार योग्य नहीं है. वहीं सूचना के अधिकार के तहत भी उसे नियुक्ति के संबंध में जानकारी नहीं दी जा रही है. ऐसे में उन्हें कलेक्टर जगदीश चंद्र जाटिया से न्याय की उम्मीद है.

मामले पर सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त श्रीधर उइके ने बताया कि उनके पास बहुत से आवेदन आते हैं और उनमें प्राथमिकता के आधार पर जांच की जाती है. इस तरह के आवेदन का उन्हें ध्यान नहीं है. गौरतलब है कि प्रार्थी के पास यहां दिए गए आवेदन की रिसिब्ड उपलब्ध है. ऐसे में जांच शुरू नहीं होना प्रशासन की मंशा पर सवाल खड़े करता है.

Intro:मण्डला जिले की बिछिया तहसील के ग्राम पंचायत खलोड़ी में आदिमजाति सेवा सहकारी समिति में 2015 में क़ी गयी लिपिकों की भर्ती में एक अभ्यर्थी के द्वारा बैंक के मैनेजर पर नियमो के विरिद्ध अपने भाई की नियुक्ति किये जाने का आरोप लगाते हुए शासन प्रशासन को आवेदन दिया गया है जिसकी जाँच अब तक नहीं हो पाई है


Body:बिछिया तहसील के अंतर्गत आदिमजाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित में 2015 में लिपिक के तीन पदों की भर्ती का विज्ञापन चस्पा किया गया था जिसमें दो पदों पर भर्ती की गई और अभ्यर्थियों को जानकारी दे दी गयी कि एक पद शासन के द्वारा कम कर दिया गया है जिसके 6 महीने के बाद यहाँ के मैनेजर कन्हैया माहेश्वरी के द्वारा अपने छोटे भाई रूपदास माहेश्वरी की नियुक्ति लिपिक पद पर करवा दी गयी जो कि पूरी तरह नियम विरुद्ध है इस आरोप का आवेदन एक अभ्यर्थी राजेश कुमार धुर्वे के द्वारा कलेक्टर से लेकर तमाम अधिकारियों को दिया गया है जिसका कहना है कि योग्यता को दरकिनार करते हुए तीसरे पद में उस व्यक्ति की नियुक्ति की गई जो कि चाही गयी अहर्ता पूरी नहीं करता,वहीं राजेश का कहना है कि सूचना के अधिकार के तहत भी उसे नियुक्ति के संबंध में जानकारी नहीं दी जा रही ऐसे में उन्हें जिले के मुखिया जगदीश चंद्र जाटिया से न्याय की उम्मीद है


Conclusion:प्रार्थी के द्वारा दिये गए आवेदन और अब तक हुई जाँच के संबंध में जब सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त,श्रीधर उइके से पूछा गया तो उनका कहना था कि उनके पास बहुत से आवेदन आते हैं और प्रथमिकता के आधार पर जाँच की जाती है और इस तरह के आवेदन का उन्हें ध्यान नहीं जबकि प्रार्थी के पास यहाँ दिए गए आवेदन की रिसिब्ड उपलब्ध है।

बाईट--राजेश कुमार धुर्वे, प्रार्थी
बाईट--श्रीधर उइके,सहायक आयुक्त,सहकारिता विभाग मण्डला

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