मंडला। मंडला और बालाघाट जिले में राशन के सामान में खराब चावल बांटे जाने का मामला अब गरमाता जा रहा है. मंडला में कांग्रेस ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले की जांच किए जाने की मांग की है.
दरअसल, केंद्रीय जांच समिति ने केंद्र सरकार को यह रिपोर्ट दी है कि, मंडला और बालाघाट जिले में जो चावल बांटा गया, वो अमानक स्तर का है. जो इंसानों के लिए तो दूर की बात, भेड़- बकरी तक के खाने लायक नहीं है, जिसके बाद से ही इस मामले को लेकर कांग्रेस लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर है.
कांग्रेस ने की जांच की मांग
कांग्रेस विधायक अशोक मर्सकोले और मंडला के कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के साथ मिलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां शिवराज सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा. कांग्रेस ने इस मामले को जनता के साथ खिलवाड़ बताते हुए जांच की मांग की है. कांग्रेस नेताओं ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपने को लेकर पहले से सूचना दे थी, साथ ही इसके लिए समय भी मांगा था, लेकिन जब कांग्रेस नेता ज्ञापन लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, तो कलेक्टर की बजाय दूसरे अधिकारी ज्ञापन लेने आए, जिस पर कांग्रेस विधायक अशोक मर्सकोले ने नाराजगी जताई.
क्या है पूरा मामला
30 जुलाई से 2 अगस्त तक केंद्रीय जांच दल के द्वारा जिले में चावल के सैम्पल लिए गए थे, साथ ही टेस्टिंग दिल्ली की लैब में कराई गई थी. जिसकी रिपोर्ट में पाया गया कि, यह चावल अमानक स्तर का है.