मंडला। सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से खबरें आ रही हैं कि 20 अप्रैल के बाद से लॉकडाउन के दौरान कुछ शर्तों के साथ ऑनलाइन कम्पनियों को अपने प्रोडक्ट होम डिलीवरी करने की छूट दी जा सकती है, जिसके बाद से स्थानीय व्यपारियों में इसका विरोध देखा जा रहा है.
व्यपारियों का कहना है कि अगर ऐसे फैसले सरकार लेती है तो छोटे व्यपारियों का क्या होगा क्योंकि उनके द्वारा जो सीजन को लेकर तैयारियां की गई है, वो सारा सामान पुराना हो जाएगा. साथ ही इन व्यपारियों के द्वारा अपने प्रतिष्ठानों का किराया, कर्मचारियों के वेतन और बिजली आदि का खर्च और ईएमआई जैसी आर्थिक क्षति की भरपाई कर पाना मुश्किल हो जाएगा.
व्यापारियों का कहना है कि 'सरकार को चाहिए कि जब कोरोना संकट के समय सारा व्यापारी वर्ग पीएम के आह्वान पर उनके साथ खड़ा है तो कुछ ऐसा डिसीजन लें कि विदेशी कम्पनियों की बजाय देसी व्यपारियों का भी भला हो.' लॉकडाउन के चलते सारे व्यवसाय बंद हैं, ऐसे में ऑनलाइन कम्पनियों को छूट दी जाती है तो निश्चित ही इसका काफी विरोध होगा.