खरगोन। खरगोन जिले के वर्ष 2018 में शिक्षक पात्रता परीक्षा पास कर चुके युवाओं ने अपने दस्तावेजों के सत्यापन की मांग को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया. जिसमें युवक दंडवत प्रणाम करते हुए डीएम कार्यालय पहुंचे. जहां डिप्टी कलेक्टर राहुल चौहान को ज्ञापन सौंपा.
कोरोना की आड़ में नहीं हुए सत्यापन
चयनित शिक्षकों ने बताया कि, वर्ष 2018 में चयन प्रक्रिया में उत्तीर्ण होने के बाद सभी अपनी नौकरियां छोड़ कर आए है. हमारे दस्तावेजों का सत्यापन नहीं हो पाया है.
पहले आचारसहिंता फिर कोरोना और सरकार परिवर्तन के बहाने सत्यापन लंबित है. भूतेश ने बताया कि पहले 2018 की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद विधानसभा चुनावों की आचार संहिता के कारण दस्तावेज़ सत्यापन नहीं हो पाया. उसके बाद कमलनाथ सरकार ने प्रक्रिया शुरू हुई. लेकिन सरकार परिवर्तन और कोरोना के कारण सत्यापन नहीं हो पाया.
संस्कृत में सौंपा ज्ञापन
भूतेश ने बताया कि सभी विषयों में 14 प्लस सब्जेक्ट है. जिसमें एक संस्कृत भी है. पहले हिंदी और अंग्रेजी में ज्ञापन दिए है. लेकिन कोई निराकरण नहीं हुआ. अब देश में मोदी जी और शिवराज मामाजी हिंदी और संस्कृत को बढ़ावा दे रहे है. इसलिए देव भाषा संस्कृत मे ज्ञापन सौंपा है.