खरगोन। जिले में कपास मंडी में कपास खरीदी का शुभारंभ हो चुका है. ऐसे में अनुज्ञप्ति धारक श्रमिकों और तुलावटियों ने मंडी सचिव के कार्यालय का घेराव किया है. श्रमिकों का कहना है कि नए मंडी नियम में कपास को लेकर कोई उल्लेख नहीं है. इसके साथ ही व्यापारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. श्रमिकों का कहना है कि उनकी स्थिति फुटबॉल की तरह हो गई है. व्यापारी बॉल मंडी सचिव के पाले में फेंक रहे हैं, वही मंडी सचिव व्यापारियों के पाले में फेंक रहे हैं.
खरगोन मंडी के शुभारंभ के बाद तुलावटियों ने विरोध किया है. मंडी सचिव के कक्ष के बाहर धरना देते हुए तुलावटी हम्माल संघ के अध्यक्ष भारत रघुवंशी ने कहा कि मंडी के नए आदेश में श्रमिकों के बारे में कुछ नहीं लिखा है. फिर भी व्यापारी मनमानी कर तुलावटी हम्मालों को काम करने से रोक रहे हैं. श्रमिकों का कहना है कि व्यापारी उन्हें परेशान कर रहे हैं. बीते 40 सालों से वो काम कर रहे हैं. व्यापारियों ने आज तक कभी मंडी सचिव का लिखा पत्र नहीं मांगा, आज व्यापारी मंडी सचिव का लिखा पत्र मांग रहे हैं.
बता दें शुक्रवार को कपास मंडी शुभारंभ के बाद हर साल की तरह तुलावटी तौल कार्य करने के लिए जिनिंग फेक्ट्रियों में पहुंचे जहां व्यापारियों ने तुलावटियों को काम करने से रोका तो तुलावटियों ने विरोध करते हुए तौल कांटे पर ही धरना दे दिया.
संघ अध्यक्ष भारत रघुवंशी ने जब लिखित आदेश दिखाने को कहा तो व्यापारी एक-दूसरे की बगले झांकने लगे और कोई भी व्यापारी लिखित आदेश नहीं दिखा पाया. अपने साथ हुए दुर्व्यवहार और व्यापारियों द्वारा तुलावटियों को बहिष्कार किये जाने से खफा तुलावटी दूसरे दिन मंडी सचिव के ऑफिस पहुंच गए. मंडी ऑफिस में सचिव के मौजूद ना होने से तुलावटियों ने वहीं कक्ष के बाहर धरना दे दिया.