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रोहणी नक्षत्र में सिद्ध हनुमान प्रतिमा पर चढ़ाया चोला, भक्तों ने की भव्य महाआरती

खरगोन जिले के ओखलेश्वर मठ में द्वापरयुग की सिद्ध हनुमान प्रतिमा का रोहणी नक्षत्र में चोला श्रृंगार किया गया, जहां इस मौके पर महाआरती कर प्रसादी का आयोजन सम्पन्न हुआ.

Siddha Hanuman mahaarti organized
सिद्ध हनुमान की महाआरती
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Published : Aug 13, 2020, 5:57 PM IST

खरगोन। बड़वाह ब्लॉक के ओखला गांव में स्थित ओखलेश्वर मठ में द्वापरयुग की सिद्ध हनुमान प्रतिमा विराजमान है, इसकी खास बात यह है कि उनके एक हाथ में शिवलिंग है. 13 अगस्त यानी गुरुवार को सुबह से रोहणी नक्षत्र में सहस्त्र धाराओं के जरिए बजरंगबली रुद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना की गई. साथ ही पवनसुत हनुमान का चोला शृंगार किया गया. इस दौरान संगीतमय सुंदरकांड के पाठ का आयोजन भी हुआ. इसके बाद महाआरती और प्रसादी का वितरण भक्तों को किया गया.

मंदिर के पुजारी गिरीश पारीख ने बताया कि यह सिद्ध हनुमान की द्वापरयुग की दुर्लभ और अनूठी प्रतिमा है, क्योंकि इनके एक हाथ में शिवलिंग है, जबकि ज्यादातर मूर्तियों के हाथ में द्रोणागिरि पर्वत होता है. यहां प्रतिमाह राम भक्त हनुमान की 27वें दिन आने वाले रोहणी नक्षत्र में चोलावरण किया जाता है. इसके बाद भंडारा प्रसादी का आयोजन होता है.

खरगोन। बड़वाह ब्लॉक के ओखला गांव में स्थित ओखलेश्वर मठ में द्वापरयुग की सिद्ध हनुमान प्रतिमा विराजमान है, इसकी खास बात यह है कि उनके एक हाथ में शिवलिंग है. 13 अगस्त यानी गुरुवार को सुबह से रोहणी नक्षत्र में सहस्त्र धाराओं के जरिए बजरंगबली रुद्राभिषेक कर पूजा-अर्चना की गई. साथ ही पवनसुत हनुमान का चोला शृंगार किया गया. इस दौरान संगीतमय सुंदरकांड के पाठ का आयोजन भी हुआ. इसके बाद महाआरती और प्रसादी का वितरण भक्तों को किया गया.

मंदिर के पुजारी गिरीश पारीख ने बताया कि यह सिद्ध हनुमान की द्वापरयुग की दुर्लभ और अनूठी प्रतिमा है, क्योंकि इनके एक हाथ में शिवलिंग है, जबकि ज्यादातर मूर्तियों के हाथ में द्रोणागिरि पर्वत होता है. यहां प्रतिमाह राम भक्त हनुमान की 27वें दिन आने वाले रोहणी नक्षत्र में चोलावरण किया जाता है. इसके बाद भंडारा प्रसादी का आयोजन होता है.

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