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अच्छी बारिश का संदेश लेकर आये 'विदेशी मेहमान', निमाड़ के तापमान से कर बैठे दिल्लगी

प्रदेश में मानसून की दस्तक के साथ ही भोजन का तलाश में निमाड़ क्षेत्र में साइबेरियन पक्षियों ने डेरा डाल दिया है.

साइबेरियन पक्षियों ने डाला डेरा
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Published : Jun 28, 2019, 6:38 PM IST

खरगोन। प्रदेश में मानसून की दस्तक से जहां गर्मी से बेहाल लोगों को राहत मिली है, वहीं निमाड़ क्षेत्र में साइबेरियन पक्षियों ने डेरा डाल दिया है. निमाड़ क्षेत्र का शुष्क तापमान विदेशी मेहमानों के लिए अनुकूल और लाभकारी रहता है. निमाड़ का तापमान अनुकूल होने के चलते साइबेरियन पक्षी निमाड़ का रुख करते हैं.

साइबेरियन पक्षियों ने डाला डेरा

⦁ इस समय विदेशी पक्षियों के फीडिंग का समय होता है.
⦁ इस समय साइबेरिया का तापमान अधिक ठंडा होता है.
⦁ सर्दी में बर्फ गिरने से फीडिंग का तत्व खत्म हो जाता है.
⦁ विदेशी मेहमान हजारों मील का सफर तय कर भोजन की तलाश मे यहां आते हैं.

शासकीय महाविद्यालय खरगोन की प्राणीशास्त्र के विभागाध्यक्ष शैल जोशी ने बताया कि ये समय साइबेरियन पक्षियों के भोजन का समय होता है. साइबेरिया में इस समय बर्फबारी होती है, जिससे पक्षियों का फीडिंग तत्व लगभग खत्म हो जाता है. साइबेरियन पक्षी निमाड़ की अनुकूलता को देखते हुए निमाड़ में अपना डेरा डालते हैं. उनके यहां आने से महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भी लाभ मिलता है.

खरगोन। प्रदेश में मानसून की दस्तक से जहां गर्मी से बेहाल लोगों को राहत मिली है, वहीं निमाड़ क्षेत्र में साइबेरियन पक्षियों ने डेरा डाल दिया है. निमाड़ क्षेत्र का शुष्क तापमान विदेशी मेहमानों के लिए अनुकूल और लाभकारी रहता है. निमाड़ का तापमान अनुकूल होने के चलते साइबेरियन पक्षी निमाड़ का रुख करते हैं.

साइबेरियन पक्षियों ने डाला डेरा

⦁ इस समय विदेशी पक्षियों के फीडिंग का समय होता है.
⦁ इस समय साइबेरिया का तापमान अधिक ठंडा होता है.
⦁ सर्दी में बर्फ गिरने से फीडिंग का तत्व खत्म हो जाता है.
⦁ विदेशी मेहमान हजारों मील का सफर तय कर भोजन की तलाश मे यहां आते हैं.

शासकीय महाविद्यालय खरगोन की प्राणीशास्त्र के विभागाध्यक्ष शैल जोशी ने बताया कि ये समय साइबेरियन पक्षियों के भोजन का समय होता है. साइबेरिया में इस समय बर्फबारी होती है, जिससे पक्षियों का फीडिंग तत्व लगभग खत्म हो जाता है. साइबेरियन पक्षी निमाड़ की अनुकूलता को देखते हुए निमाड़ में अपना डेरा डालते हैं. उनके यहां आने से महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भी लाभ मिलता है.

Intro:सर विसुअल की वाईस बन्द करने पर बाइट की वाईस भी बन्द हो रही है। pls chak
एंकर
निमाड़ जिले का तापमान विदेशी मेहमानों के लिए लाभप्रद रहता है। मानसून का समय विदेशी पक्षियों के लिए बिल्डिंग का समय होता है। दक्षिण भारत मैं बर्फ गिरने से बिल्डिंग मैटेरियल खत्म हो जाता है। निमाड़ का तापमान साइबेरियन पक्षियों के लिए अनुकूल होता है। जिसके लिए वे निमाड़ का रुख करते हैं।


Body:इन दिनों निमाड़ में साइबेरियन पक्षियों ने पेड़ों पर डेरा डाले हुए है। जगह-जगह चारों ओर साइबेरियन पक्षी अपने घरौंदों में अपना डेरा डाल अठखेलियां करते नजर आते हैं। शासकीय महाविद्यालय की प्राणी शास्त्र की विभागाध्यक्ष श्रीमती शैल जोशी ने बताया कि यह समय साइबेरियन पक्षियों का बिल्डिंग का समय होता है। साइबेरिया मैं इस समय बर्फबारी होती है। जिससे पक्षियों का बिल्डिंग मैटेरियल लगभग खत्म हो जाता है। जिससे निमाड़ की अनुकूलता को देखते हुए वे निमाड़ में अपना डेरा डालते है। उनके यहां आने से महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों को भी लाभ होता है।
बाइट शैल जोशी विभागाध्यक्ष प्राणी शास्त्र


Conclusion:
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