खरगोन। मण्डलेश्वर नगर में स्थित निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती एक मरीज को ए पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता थी, जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों ने मरीज को जिला चिकित्सालय रेफर न करके एक अन्य व्यक्ति को बुलाकर रक्तदान करवाया और बिना परीक्षण के ही मरीज को खून चढ़ा दिया.
एक माह पहले कसरावद निवासी युवक बीमारी का इलाज कराने के लिए निजी हॉस्पिटल में भर्ती हुआ था, जिसे 28 अप्रैल 2020 को इलाज के दौरान रक्त की आवश्यकता थी, लेकिन हॉस्पिटल प्रबंधन ने मरीज की जान जोखिम में डालकर कुछ रुपयों की लालच में ब्लड बैंक से रक्त लेने की बजाय स्थानीय व्यक्ति से मरीज के लिए रक्तदान करवाया और बिना परीक्षण ही चढ़ा दिया.
जिसकी जानकारी लगने के बावजूद एक माह बीत गए, लेकिन प्रभारी सीएमएचओ डॉक्टर दिव्यश वर्मा और ड्रग इंस्पेक्टर कपिल नागर ने कोई कार्रवाई नहीं की. कुछ दिन पहले जब ड्रग इंस्पेक्टर नागर से जानकारी ली गई तो उन्होंने कहा कि मेरी तरफ से अभी कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सीएमएचओ की ओर से हुई हो तो मुझे जानकारी नहीं है.
प्रभारी सीएमएचओ ने कहा कि लिखित शिकायत नहीं मिली है, इसलिए कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि घटना के वक्त प्रभारी सीएमएचओ ने हॉस्पिटल को नोटिस जारी करने की बात कही थी. वहीं ड्रग इंस्पेक्टर ने भी स्वास्थ्य विभाग की जानकारी में लाकर जांच करने की बात कही थी.
इस मामले में कलेक्टर गोपाल चंद्र डाड ने कहा कि जांच करने के लिए दल गठित कर दिया गया है. उन्हें शिकायत की जांच के लिए भेज दिया है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी.