खरगोन। शहर में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत टेमला रोड़ और दाम खेड़ा रोड़ में बनी मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में जिला प्रशासन ने कोरोना मरीजों का उपचार कर रहे डॉक्टरों रहने के लिए निर्णय लिया है. प्रशासन के इस फैसले का स्थानीय रहवासियों ने विरोध किया है. रहवासियों का कहना है कि इस मल्टी में बच्चे और बुजुर्ग लोग भी रहते है. यदि प्रशासन ने बात नहीं मानी तो, हम डॉक्टरों की लाठी और पत्थरों से पिटाई करेंगे.
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- लाठियों से करेंगे पिटाई
स्थानीय वर्षा नामदेव ने बताया कि कोरोना मरीजों का उपचार करने के बाद डॉक्टर यहां आकर रुकेंगे. हम वहां परिवार के साथ रहते हैं, जिसमें बच्चे और बुजुर्ग लोग शामिल हैं. उन लोगों के भी संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा. स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि अगर हमारी सुनवाई नहीं होती है, तो पथराव और लाठियों से पिटाई भी करेंगे. विरोध करने कलेक्ट्रेट पहुंची नीता कर्मा ने कहा कि, खरगोन शहर में ओर भी कई ऐसी जगहें है. जहां डॉक्टर और कोरोना मरीजों को रखा जा सकता है. प्रशासन का निर्णय गलत है. वहीं एसडीएम सत्येन्द्र सिंह ने कहा कि उन मल्टियों मे कोरोना मरीजों को नहीं रखा जा रहा है. उन मल्टियों में कोरोना का इलाज करने बाहर से आने वाले डॉक्टरों को रखा जाएगा.