खरगोन। मध्य प्रदेश के खरगोन में न्यायाधीशों के खिलाफ वकीलों का गुस्सा फूट (Lawyers raised slogans against CGM) पड़ा. नाराजगी इतनी ज्यादा थी की वकीलों ने तीन दिन काम बंद कर न्यायाधीशों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. बार एसोसिशन के अध्यक्ष मुकेश पंड्या ने कहा कि ''खरगोन में पदस्थ तीनों जजों के खिलाफ हमने तीन दिवसीय काम बंद कर लोक अदालत का भी बहिष्कार किया है. तीन दिनों में तीनों जजों का स्थानांतरण नहीं किया गया तो अनिश्चित काल के लिए काम बंद कर दिया जाएगा''. वहीं सचिव सुधीर कुलकर्णी ने सीजीएम पर अभद्रता के भी आरोप लगाए हैं.
वकीलों ने न्यायाधीशों की कार्य प्रणाली पर उठाए सवाल: खरगोन न्यायालय परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब कोर्ट परिसर में वकीलों ने न्यायाधीशों की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए तीन न्यायाधीशों के खिलाफ नारे बाजी कर दी. इस दौरान वकीलों ने परिसर में अपनी बाइकें भी खड़ी कर दीं. बार एसोसिशन के तहत हुई इस नारे बाजी को लेकर सचिव सुधीर कुलकर्णी ने बताया कि ''प्रथम न्यायाधीश GC मिश्रा ने पार्किंग में खड़ी बाइकों के टायरों को पंचर कर दिया. साथ ही कोर्ट परिसर में स्वच्छता मिशन के तहत बने सार्वजनिक शौचालय को तोड़ दिया. जिससे वकीलों और पक्षकारों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
सीजीएम ने दी सफाई: वहीं सीजीएम GC मिश्रा ने बताया कि ''शनिवार को लोक अदालत है. जिसमें कई विभागों के अधिकारी कर्मचारी अपने काउंटर लगाएंगे. इसको लेकर स्थान और पार्किंग को लेकर व्यवस्था करवाना प्राथमिकता है. वहीं शौचालय तोड़ने को लेकर कहा कि शौचालय टूटा पड़ा था, स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए वहां से मलबा हटाया गया है. लोक अदालत को लेकर कहा कि बार एसोसिशन द्वारा अभी तक ऐसी कोई सूचना नहीं मिली हैं, सूचना मिलने पर बैठकर चर्चा की जाएगी''.