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खरगोन: लोकसभा चुनाव के चलते बढ़ी अवैध हथियारों की तस्करी, एक्शन में पुलिस - खरगोन

चुनावों के चलते खरगोन जिले के सिगनूर में सिकलीगरों द्वारा बनाए जाने वाले अवैध हथियारों की मांग बढ़ी. लोगों द्वारा अवैध देसी कट्टे, पिस्टल और माउजर तक चोरी छिपे बना कर बेचे जाते हैं. पुलिस अवैध हथियारों के खरीद-फरोख्त पर लगातार कार्रवाई कर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है.

बढ़ी अवैध हथियारों की तस्करी
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Published : Apr 3, 2019, 6:03 PM IST

खरगोन। मध्यप्रदेश के पश्चिम निमाड़ के खरगोन जिले के सिगनूर में सिकलीगरों द्वारा बनाए जाने वाले अवैध हथियारों की मांग बढ़ गई है. खासकर चुनावों के दौरान उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश सहित राजस्थान में इसकी मांग बढ़ जाती है. ऐसे में पुलिस अवैध हथियार बनाने वालों के खिलाफ लगातार दबिश दे कर कार्रवाई कर रही है.

खरगोन जिले का छोटा सा गांव सिगनूर, जहां सिगलिकर समुदाय का गांव है. यहां के क्षेत्रिय लोगों के द्वारा अवैध देसी कट्टे, पिस्टल और माउजर तक चोरी छिपे बना कर बेचे जाते हैं. सिगनूर गांव को अवैध हथियारों का गढ़ माना जाता है, वहीं चुनावों के दौरान यहां बने हथियारों की राष्ट्रीय स्तर पर मांग बढ़ जाती है. जिसको लेकर पुलिस भी मुस्तैद नजर आ रही है. इसके साथ ही पुलिस अवैध हथियारों के खरीद-फरोख्त पर लगातार कार्रवाई कर इस पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है.

बढ़ी अवैध हथियारों की तस्करी

इस मामले में एएसपी शशिकान्त कनकने ने बताया कि चुनावों के दौरान यहां के हथियारों की मांग बढ़ जाती है. इसके लिए इस गांव में आने वाले और जाने वाले सिगलिकरों पर नजर रहती है. साथ ही समय-समय पर मुखबिर की सूचनाओं पर कार्रवाई की जाती है. इससे पहले भी पुलिस ने दबिश देकर इनके खिलाफ कार्रवाई की है. वहीं बीते एक महीने में दो कार्रवाइयां की गई, जिसमें कई हथियार बरामद हुए हैं.

खरगोन। मध्यप्रदेश के पश्चिम निमाड़ के खरगोन जिले के सिगनूर में सिकलीगरों द्वारा बनाए जाने वाले अवैध हथियारों की मांग बढ़ गई है. खासकर चुनावों के दौरान उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश सहित राजस्थान में इसकी मांग बढ़ जाती है. ऐसे में पुलिस अवैध हथियार बनाने वालों के खिलाफ लगातार दबिश दे कर कार्रवाई कर रही है.

खरगोन जिले का छोटा सा गांव सिगनूर, जहां सिगलिकर समुदाय का गांव है. यहां के क्षेत्रिय लोगों के द्वारा अवैध देसी कट्टे, पिस्टल और माउजर तक चोरी छिपे बना कर बेचे जाते हैं. सिगनूर गांव को अवैध हथियारों का गढ़ माना जाता है, वहीं चुनावों के दौरान यहां बने हथियारों की राष्ट्रीय स्तर पर मांग बढ़ जाती है. जिसको लेकर पुलिस भी मुस्तैद नजर आ रही है. इसके साथ ही पुलिस अवैध हथियारों के खरीद-फरोख्त पर लगातार कार्रवाई कर इस पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है.

बढ़ी अवैध हथियारों की तस्करी

इस मामले में एएसपी शशिकान्त कनकने ने बताया कि चुनावों के दौरान यहां के हथियारों की मांग बढ़ जाती है. इसके लिए इस गांव में आने वाले और जाने वाले सिगलिकरों पर नजर रहती है. साथ ही समय-समय पर मुखबिर की सूचनाओं पर कार्रवाई की जाती है. इससे पहले भी पुलिस ने दबिश देकर इनके खिलाफ कार्रवाई की है. वहीं बीते एक महीने में दो कार्रवाइयां की गई, जिसमें कई हथियार बरामद हुए हैं.

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मध्यप्रदेश के पश्चिम निमाड़ के खरगोन जिले के सिगनूर में सिकलीगरों द्वारा बनाए जाने वाले अवैध हथियारों की पूरे देश मे मांग रहती है। खास कर चुनावो के दौरान उत्तरप्रदेश मध्यपदेश राजस्थान में मांग बढ़ जाती है। वही पुलिस भी चौकस है।




Body:खरगोन जिले का छोटासा गांव सिगनूर जहाँ सिगलिकर समुदाय का गांव है। यंहा बनने वाले अवैध देसी कट्टे, पिस्टल और माउजर तक यहां चोरी छिपे बना कर बेचे जाते है। चुनावों के दौरान यहां बने हथियारों की राष्ट्रीय स्तर पर मांग बढ़ जाती है। जिसको लेकर पुलिस भी मुस्तेद नजर आ रही है। एएसपी शशिकान्त कनकने ने बताया कि चुनावों के दौरान यहां के हथियारों की मांग बढ़ जाती है। इसके लिए इस गांव में आने वाले ओर जाने वाले सिगलिकरों पर नजर रहती है। साथ ही समय समय पर मुखबिर की सूचनाओं पर कार्रवाई की जाती है। बीते एक माह में दो कार्रवाइयां की गई । जिसमें कई हथियार बरामद हुए।


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