खरगोन। मध्य प्रदेश के कई जिलों से आज भी ऐसी खबरें सामने आती हैं, जहां महिलाएं सामाजिक अत्याचार और कुरोतियों का शिकार होती रहती हैं. इन घटनाओं के सामने आने से ये साबित होता है कि आज भी महिलाओं को समाज में वो ओहदा प्राप्त नहीं है, जो एक पुरूष को मिला है. ऐसी ही एक मानवता को शर्मसार करने वाली घटना जिला चिकित्सालय से सामने आई है, जहां शुक्रवार की शाम सिक्योरिटी गार्ड द्वारा एक महिला को 300 मीटर तक घसीटकर अस्पताल कैंपस से बाहर किया गया, जिसका फोटो वायरल हो रहा है.
इस वायरल फोटो में साफ दिख रहा है कि सिक्योरिटी गार्ड एक महिला को घसीटते हुए अस्पताल के बाहर कर रहा है. महिला के साथ हुई घटना देख और सुनकर आपकी आंखें शर्म से झुक जाएंगी. शायद आप बहुत देर तक कुछ सोचने और समझने की स्थिति में भी नहीं रह सकेंगे.
अर्ध विक्षिप्त बताई जा रही महिला
मिली जानकारी के अनुसार, महिला अर्ध विक्षिप्त है, जो इधर-उधर घूमती रहती है. ऐसे में वह जिला चिकित्सालय पहुंच गई. जैसे ही गार्ड को पता चला कि महिला अस्पताल के भीतर आ गई है, तो उसे निर्दयता के साथ 300 मीटर तक घसीट कर अस्पताल कैंपस से बाहर किया गया. ये घटना वाकई इंसानियत को शर्मसार करने वाली है.
क्या है मामला ?
मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ. दिव्येश वर्मा ने बताया कि ये 18 फरवरी की शाम की घटना है. एक विक्षिप्त महिला को क्लीनिक के बाहर कोई छोड़ गया था. यहां वह कर्मचारियों के साथ अपशब्दों का प्रयोग करते हुए उन्हें गालियां दे रही थी. साथ ही उन पर पत्थर भी फेंक रही थी. इस दौरान डॉक्टर ने सिक्योरिटी गार्ड से बोला कि, उसे बाहर तक छोड़ आओ. जिस पर गार्ड द्वारा उसे चिकित्सालय के मेनगेट तक लाया गया, लेकिन वह गेट के पास आकर बैठ गई. इतने में एंबुलेंस वहां आ गई, जिसके बाद गार्ड ने उसे कैंपस के बाहर किया. बस इतनी सी बात थी. न किसी ने उसे घसीटा है और न ही जबरदस्ती की है. इस घटना को बढ़ा-चढ़ाकर बताया जा रहा है.
ससुरालवालों ने गर्भवती महिला को तीन किलोमीटर पैदल चलाया, जानें मामला
गुना में भी हो चुकी है मानवता को शर्मसार करने वाली घटना
ये कोई पहला मामला नहीं है. इससे कुछ दिन पूर्व भी गुना जिले के सिरसी थाना क्षेत्र में एक गर्भवती महिला के कंधे पर उसके देवर को बैठकर तीन किलोमीटर चलाया गया था. इस दौरान महिला की बैट से पिटाई भी की जा रही थी. गौर करने वाली बात ये है कि, महिला पांच महीने गर्भवती है.
देवर को कंधे पर बैठकर तीन किलोमीटर चलाया
इस पूरी घटना को लेकर पीड़ित महिला ने बताया था कि ससुरालवालों ने उसके साथ मारपीट की. घटना के समय उसका पति मजदूरी के लिए घर से बाहर गया था. वह घर पर अकेली थी. मारपीट के बाद ससुरालवालों ने देवर को उसके कंधे पर बैठा दिया था. इसके बाद बांसखेड़ी गांव यानी उसकी पूर्व ससुराल चलने को कहा. यह रास्ता तीन किलोमीटर का है. वहीं जब महिला ने इसका विरोध किया, तो सभी ने उसके साथ जबरदस्ती की. इस घटना के दो-तीन अलग-अलग वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं.
ये हम कैसे प्रदेश में जी रहे ?
ये हमारे लिए जानना बेहद जरूरी है कि, हम कैसे प्रदेश में जी रहे है ? आज भी महिलाओं के साथ दुराचार हो रहा है. उन्हें वो सम्मान और ओहदा नहीं मिल पा रहा है, जिसके वह हकदार है. इन दोनों मामलों में भी महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार घटित हुआ, जो समाज को पतन की ओर ले जा रहा है.