खरगोन। मध्यप्रदेश को ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल के साथ अब पर्यटन की नगरी भी माना जाता है. अहिल्या बाई होलकर की संपत्तियों की देखभाल कर रहे खासगी ट्रस्ट को बेदखल करने के बाद स्थानीय लोगों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं में विकास की उम्मीद जगी है. महेश्वर के पूर्व पार्षद सैफुद्दीन ने बताया कि, कोर्ट द्वारा खासगी ट्रस्ट पर की गई कार्रवाई उचित है. सरकार के अधिपत्य में जाने के बाद यहां पर्यटन की संभावनाएं बढ़ जाएंगी. पर्यटन बढ़ेगा तो महेश्वर के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और इससे प्रदेश का विकास भी होगा.
सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत जैन ने कोर्ट द्वारा की गई कार्रवाई को उचित बताते हुए कहा कि, आजादी के बाद से ट्रस्ट द्वारा कई तरह की अनियमितताएं की गई हैं. जिसमें हरिद्वार की एक प्रॉपर्टी को लेकर पिटीशन दायर किया गया था, जिसमें ये खुलासा हुआ कि, ट्रस्ट द्वारा जमीन बेची गई थी. खागसी की अनियमितताओं को कोर्ट ने प्रदेश सरकार को आदेश दिया कि वो ट्रस्ट की संपत्तियों को अपने कब्जे में लें.
महेश्वर में हर मंदिर के पुजारी के भरण पोषण के लिए जमीन छोड़ी गई थी. आज सिर्फ मंदिर बचे हैं, जमीन बिक गई है. अब शासन के अधिपत्य में जाने के बाद महेश्वर में आने वाले पर्यटकों के लिए सुविधा बढ़ेगी. जिसे महेश्वर को लाभ होगा, क्योंकि अब सारी प्रॉपर्टी सरकार के अधिपत्य में चली गई है, तो वहीं एसडीएम, तहसीलदार 11 संपत्ति एवं जमीनों की जानकारी निकाल रहे हैं.