खरगोन। जिले में सब्जियों के दामों पर लॉकडाउन का असर नहीं दिखा है. सब्जी व्यापारियों का कहना है कि गर्मी की वजह से हर साल सब्जियां महंगी होती हैं. वहीं जिले के लोगों में कोरोना वायरस के भय और आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण ग्राहकों की संख्या कम और व्यापारियों की संख्या अधिक नजर आ रही है.
खरगोन की सब्जी मंडी में सब्जियों के भावों को लेकर जब ईटीवी भारत ने रियलिटी चेक किया तो व्यापारी राहुल वर्मा का कहना है कि कोरोना और लॉकडाउन का असर सब्जियों के दामों पर नहीं पड़ा है. उन्होंने कहा कि हर साल गर्मियों के सीजन में सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हो जाती है.
सब्जियों के भाव पर एक नजर
सब्जी | सब्जियों के दाम/ किलो |
गिलकी | 60 |
भिंड़ी | 40 |
टेंसी | 60 |
बैगन | 20 |
टमाटर | 20 |
हरी मिर्च | 40 |
अनलॉक 1.0 में सब्जी मंडी की दुकानें तो खुली हैं, लेकिन ग्राहकों पर कोरोना का असर देखने को मिल रहा है. ग्राहकों की कमी को लेकर व्यापारी का कहना है कि देश की आर्थिक स्थिति खराब है. जिससे लोगों के पास पैसों का अभाव है, जो बड़े अमीर लोग हैं वो ही आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि 75 प्रतिशत मध्यम वर्गीय परिवार के लोग खरीददारी नहीं कर रहे हैं.
सुरक्षा व्यवस्था का अभाव
खरगोन की सब्जी मंडी में कोरोना से बचने के लिए सुरक्षा का भी अभाव देखा गया है. नगर प्रशासन ने सैनिटाइजर और हैंडवाश की कोई व्यवस्था नहीं की है. साथ ही सब्जी मंडी में व्यापारी और ग्राहक बिना मास्क लगाए घूमते नजर आए. जिससे कोरोना महामारी के पैर पसारने की संभावनाएं अधिक हैं.