खरगोन। कोरोना की दूसरी लहर में ज़िले के कई लोग हताहत हुए थे. बिगड़े हालात के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश जारी किए थे. जिसमें अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का निर्देश भी शामिल था. जिसके बाद संकट प्रबंधन की बैठक में कोरोना प्रभारी मंत्री हरदीपसिंह डंग और सांसद गजेंद्र पटेल ने ताबड़ तोड़ 15 दिवस में जिला प्रशासन को प्लांट लगाकर oxygen plant चालू कराने का दम भी भरा था. जिला प्रशासन ने निर्देश का पालन करते हुए ढांचा बनाकर तैयार कर लिया. परन्तु मशीनों के अभाव में वो शुरू नहीं हो पाया है.
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oxygen plant बना शराबियों का अड्डा
जब ईटीवी भारत ग्राउंड पर पहुंचा तो प्लांट के लिए बने ढांचे में शराब की बोतलें शराबियों का अड्डा होने के सबूत दे रहा था. civil surgeon ने मशीनों के न आने के कारणों पर अनभिज्ञता जाहिर की. जिला अस्पताल में ground report तैयार करने के दौरान सिविल सर्जन से oxygen plant के बारे में चर्चा की तो सिविल सर्जन डॉ दिव्येश वर्मा ने कहा कि जब आदेश मिले थे तब 45 दिन में प्लांट शुरू करने की बात सामने आई थी. जिला अस्पताल ने प्रमुखता से लेते हुए.
सांसद गजेंद्र पटेल तीन बार प्लांट का निरीक्षण
प्लांट के लिए ढांचा तैयार कर लिया है. परन्तु अब तक जरूरी मशीनें नही आ पाई है. साथ ही अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि कब तक मशीनें आएंगी. इसका भी अभी पता नहीं है. कोरोना प्रभारी मंत्री और सांसद दो दो बार कर चुके निरीक्षण खरगोन जिला अस्पताल में लगने वाला oxygen plant का कार्य शुरू होने से लेकर अब तक कोरोना प्रभारी मंत्री हरदीप सिंह डंग दोबारा और सांसद गजेंद्र पटेल तीन बार प्लांट का निरीक्षण कर चुके हैं. लेकिन नतीजा साफ है.