खरगोन। जिले में आयुष चिकित्सा के तहत होम्योपैथी चिकित्सकों को आयुष पदों की भर्ती नहीं करने के आदेश को लेकर चिकित्सक लामबंद हो गए हैं. इसी के तहत चिकित्सकों ने रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से आयुष विभाग में होम्योपैथी चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया के लिए मध्यप्रदेश सरकार पर सौतेलेपन का आरोप लगाया गया है.
एएनएम से भी निचले पायदान पर रखने का आरोप
होम्योपैथी चिकित्सक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ संतोष यादव ने कहा कि प्रदेश के 30 हजार चिकित्सकों ने जनता की सेवा का संकल्प लेकर होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को अपनाया है. होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति बरसों से चली आ रही है, जिसे हाल ही में मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार के एक आदेश के तहत आयुष विभाग के विभिन्न पदों पर नियुक्ति दी जाती रही है. इस आदेश के तहत हमें एएनएम से भी निचले पायदान पर रखा गया है.
ये है मांगे ?
- प्रदेश के 30 हजार होम्योपैथी चिकित्सक को सात दिन में होम्योपैथी चिकित्सक भर्ती प्रक्रिया में शामिल किया जाए.
- शासन द्वारा कि गई जन संवर्धन बोर्ड की घोषणा को तत्काल अमल में लाया जाए.
- राजस्थान और उत्तरप्रदेश के समान अलग विभाग बनाया जाए.
सात दिन में भर्ती प्रक्रिया में शामिल
डॉ यादव ने कहा कि होम्यो चिकित्सकों को आयुष विभाग में भर्ती प्रक्रिया में 7 दिनों के अंदर शामिल किया जाए. अन्यथा आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.