खरगोन। बजट 2020 पर राष्ट्रीय टेक्सटाइल मिल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष कैलाश अग्रवाल ने कहा कि उद्योगपति सक्षम है, उन्हें किसी शासकीय सहयोग की जरूरत नहीं है, वो भी कमाई करेंगे और देश को भी चलाएंगे, यही इस बजट का उद्देश्य है. उन्होंने बजट 2020 को औसत बजट बताया है, हालांकि उन्होंने इसके कुछ हिस्सों को दूरगामी परिणाम वाला माना है.
कैलाश अग्रवाल बजट एनालिसिस करते हुए ईटीवी से खास बातचीत में कहा की यह बजट ऐसा है, जिसमें उद्योगपतियों को सक्षम माना गया है. सरकार मान कर चल रही है कि उद्योगपति अपने आपको भी सम्भाल लेंगे और देश भी चला लेंगे. इसके लिए मोदी सरकार धन्यवाद के पात्र है. उन्होंने बताया टेक्सटाइल्स के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया है, हालांकि टेक्निकल टेक्सटाइल्स के लिए 1480 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जो की हम आयात करते हैं.
कैलाश अग्रवाल ने कहा कि कुल मिला कर देखे तो देश को मेक इन इंडिया की तरफ ले जाने की कोशिश है. साथ ही इंफ्रास्टक्चर, स्वास्थ्य, कृषि को विशेष महत्व दिया है. इसे एक अच्छा बजट कह सकते हैं. आयकर के बारे में उन्होंने कहा कि नए बजट ने टैक्स को लेकर दिया गया विकल्प बेहतर है, सामान्य व्यक्ति को इससे फायदा होगा.
बजट के बाद सुझाव देते हुए कैलाश अग्रवाल ने कहा कि उद्योगपति होने के नाते हमारा सुझाव है कि जिला स्तर पर उद्योगों के लिए प्लानिंग की जाए. जरूरी नहीं की सब कुछ बजट से ही हो. अगर सरकार ऐसा करती है तो कुछ हद तक बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा की यह बजट एक मिलाजुला बजट है, जिसमें कुछ पाया भी नहीं और खोया भी नहीं. सरकार के बजट में लॉन्ग टर्म की योजना हैं, जिससे तत्काल कोई असर नहीं पड़ेगा.