खरगोन। जिले के कसरावद विधानसभा क्षेत्र के अहिल्यापुरा गांव में राजस्थानी गढ़वाली और स्थानीय भीलों के बीच खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें 6 लोग घायल हो गए, इनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. फिलहाल सभी को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है.
दो गुटों के बीच खूनी संघर्ष, 6 लोग घायल
जिले के अहिल्यापुरा गांव में भीलों और राजस्थानी गढ़वालियों के बीच खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें 6 लोग घायल हो गए.
भीलों और राजस्थानी गढ़वालियों के बीच खूनी संघर्ष
खरगोन। जिले के कसरावद विधानसभा क्षेत्र के अहिल्यापुरा गांव में राजस्थानी गढ़वाली और स्थानीय भीलों के बीच खूनी संघर्ष हो गया, जिसमें 6 लोग घायल हो गए, इनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. फिलहाल सभी को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है.
Intro:खरगोन
एंकर
खरगोन जिले के कसरावद विधानसभा क्षेत्र के अहिल्या पूरा गांव में राजस्थान से आए गढ़वारो स्थानीय भीलों में खूनी संघर्ष छः लोगों की हालत गंभीर होने से जिला चिकित्सालय लाया गया।
Body:खरगोन जिले के विधानसभा क्षेत्र के अहिल्यापुरा गांव में भीलो और राजस्थानी गढ़वारो के बीच खूनी संघर्ष के बाद छः गंभीर घायलों को जिला चिकित्सालय लाया गया। घायल अनिल ने बताया कि ढाई सौ भील समाज के लोगों ने हमारे ऊपर पत्थरों से हमला कर दिया 1 घंटे संघर्ष के बाद हम लोग बच के निकले हैं। वहीं अनिल पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
बाइट- अनिल
वही पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच करने जिला चिकित्सालय एएसआई ने कसावत थाना प्रभारी से फोन पर बात करने के बाद मीडिया से कुछ भी कहने से इनकार कर दिया उनका कहना था कि टीआई साहब ने मना कर दिया है। जिससे कसरावद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
Conclusion:
एंकर
खरगोन जिले के कसरावद विधानसभा क्षेत्र के अहिल्या पूरा गांव में राजस्थान से आए गढ़वारो स्थानीय भीलों में खूनी संघर्ष छः लोगों की हालत गंभीर होने से जिला चिकित्सालय लाया गया।
Body:खरगोन जिले के विधानसभा क्षेत्र के अहिल्यापुरा गांव में भीलो और राजस्थानी गढ़वारो के बीच खूनी संघर्ष के बाद छः गंभीर घायलों को जिला चिकित्सालय लाया गया। घायल अनिल ने बताया कि ढाई सौ भील समाज के लोगों ने हमारे ऊपर पत्थरों से हमला कर दिया 1 घंटे संघर्ष के बाद हम लोग बच के निकले हैं। वहीं अनिल पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए।
बाइट- अनिल
वही पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच करने जिला चिकित्सालय एएसआई ने कसावत थाना प्रभारी से फोन पर बात करने के बाद मीडिया से कुछ भी कहने से इनकार कर दिया उनका कहना था कि टीआई साहब ने मना कर दिया है। जिससे कसरावद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
Conclusion: