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खरगोन: बिजली कटौती करना कर्मचारियों को पड़ा भारी, 6 इंजीनियर समेत 14 बर्खास्त

प्रदेश में बिजली समस्या बनी हुई है, जिसको लेकर मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी ने कड़े कदम उठाते हुए खरगोन के 2 जेई समेत 6 इंजीनियर और 8 आउट सोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया है.

बिजली गुल होने पर कार्रवाई
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Published : Apr 23, 2019, 5:27 PM IST

खरगोन। मध्यप्रदेश में जब से कमलनाथ सरकार अस्तित्व में आई है उस दिन से प्रदेश में आए दिन बिजली कटौती हो रही है. जिससे लोग परेशान हो रहे है, जिससे चुनाव के वक्त प्रदेश सरकार की खूब किरकिरी हो रही है और कहा जा रहा है कि बिजली कटौती ने दिग्विजयसिंह सरकार के जमाने की याद दिला दी. मामले में मप्र विद्युत वितरण कंपनी ने 6 इंजीनियर और 8 आउट सोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया है.


प्रदेश में बिजली समस्या बनी हुई है, जिसको लेकर मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी ने कड़े कदम उठाते हुए खरगोन के 2 जेई समेत 6 इंजीनियर और 8 आउट सोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया है. कार्यपालनयंत्री श्रीकांत बारस्कर ने बताया कि कर्मचारी, अधिकारियों ने विद्युत सप्लाय संबंधित शिकायतों निराकरण नहीं किया था. जिसके कारण यह विभागीय कार्रवाई की गई है.

बिजली गुल होने पर कार्रवाई


वही भाजपा मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार का कहना है कि सरकार ने यह 73 दिन में 73 हजार ट्रांसफर कर उससे राशि जमा की थी. विद्युत वितरण कम्पनी के कर्मचारियों पर जो गाज गिरी है. वह भी इसी का एक हिस्सा है. कमलनाथ सरकार फेल हो चुकी है और इनकी असफलता का भाजपा पर फोड़ रही है.

खरगोन। मध्यप्रदेश में जब से कमलनाथ सरकार अस्तित्व में आई है उस दिन से प्रदेश में आए दिन बिजली कटौती हो रही है. जिससे लोग परेशान हो रहे है, जिससे चुनाव के वक्त प्रदेश सरकार की खूब किरकिरी हो रही है और कहा जा रहा है कि बिजली कटौती ने दिग्विजयसिंह सरकार के जमाने की याद दिला दी. मामले में मप्र विद्युत वितरण कंपनी ने 6 इंजीनियर और 8 आउट सोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया है.


प्रदेश में बिजली समस्या बनी हुई है, जिसको लेकर मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी ने कड़े कदम उठाते हुए खरगोन के 2 जेई समेत 6 इंजीनियर और 8 आउट सोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया है. कार्यपालनयंत्री श्रीकांत बारस्कर ने बताया कि कर्मचारी, अधिकारियों ने विद्युत सप्लाय संबंधित शिकायतों निराकरण नहीं किया था. जिसके कारण यह विभागीय कार्रवाई की गई है.

बिजली गुल होने पर कार्रवाई


वही भाजपा मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार का कहना है कि सरकार ने यह 73 दिन में 73 हजार ट्रांसफर कर उससे राशि जमा की थी. विद्युत वितरण कम्पनी के कर्मचारियों पर जो गाज गिरी है. वह भी इसी का एक हिस्सा है. कमलनाथ सरकार फेल हो चुकी है और इनकी असफलता का भाजपा पर फोड़ रही है.

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एंकर
मध्यप्रदेश में बिजली कटौती ने दिग्विजयसिंह सरकार के जमाने की याद दिला दी। जिससे सरकार की किरकिरी भी हो रही है। जिसको लेकर मप्र विद्युत वितरण कम्पनी ने 6 को सस्पेंड कर्मचारियों सस्पेंड और 8 आउट सोर्स कर्मचारियों निलंबित किया है।

मध्यप्रदेश में जब से कमल सरकार अस्तित्व में आई है उस दिन से प्रदेश में आए दिन बिजली गुल हो रही है। जिसको ले कर मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी ने कड़े कदम उठाते हुए खरगोन के 2 जेई सहित 6 इंजीनियर को सस्पेंड ओर 8 आउट सोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया है। कार्यपालनयन्त्री श्रीकांत बारस्कर ने बताया कि विद्युत सप्लाय सम्बन्धित शिकायतों का कर्मचारी अधिकारियों द्वारा निराकरण नही करने से विभागीय यह कार्रवाई की गई है।
बाइट- श्रीकांत बारस्कर कार्यपालन यंत्री मप्रविविकं

वही भाजपा मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार ने कहा कि जिस तरह मध्यप्रदेश के मुख्यमंन्त्री कमल नाथ के ओएसडी और सीएम के सहयोगीयो के यहां आयकर का छापा पड़ा । जिसमे करोड़ो के केश के साथ करोड़ों की अवैध लेनदेन के दस्तावेज मिले है। यह कमल सरकार ने 73 दिन में 73 हजार ट्रांसफर कर उससे राशि जमा की थी। ट्रांसफ़र लिस्ट लम्बी थी । आचार संहिता लगने के कारण नही कर पाए । विद्युत वितरण कम्पनी के कर्मचारियों पर जो गाज गिरी है। वह भी इसी का एक हिस्सा है ओर सरकार फेल हो चुकी है ओर असफलता का भण्डा भाजपा पर फोड़ रही है।

बाइट- प्रकाश भावसार मिडिया प्रभारी भाजपा


Body:मध्यप्रदेश में जब से कमल सरकार अस्तित्व में आई है उस दिन से प्रदेश में आए दिन बिजली गुल हो रही है। जिसको ले कर मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कम्पनी ने कड़े कदम उठाते हुए खरगोन के 2 जेई सहित 6 इंजीनियर को सस्पेंड ओर 8 आउट सोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया है। कार्यपालनयन्त्री श्रीकांत बारस्कर ने बताया कि विद्युत सप्लाय सम्बन्धित शिकायतों का कर्मचारी अधिकारियों द्वारा निराकरण नही करने से विभागीय यह कार्रवाई की गई है।
बाइट- श्रीकांत बारस्कर कार्यपालन यंत्री मप्रविविकं

वही भाजपा मीडिया प्रभारी प्रकाश भावसार ने कहा कि जिस तरह मध्यप्रदेश के मुख्यमंन्त्री कमल नाथ के ओएसडी और सीएम के सहयोगीयो के यहां आयकर का छापा पड़ा । जिसमे करोड़ो के केश के साथ करोड़ों की अवैध लेनदेन के दस्तावेज मिले है। यह कमल सरकार ने 73 दिन में 73 हजार ट्रांसफर कर उससे राशि जमा की थी। ट्रांसफ़र लिस्ट लम्बी थी । आचार संहिता लगने के कारण नही कर पाए । विद्युत वितरण कम्पनी के कर्मचारियों पर जो गाज गिरी है। वह भी इसी का एक हिस्सा है ओर सरकार फेल हो चुकी है ओर असफलता का भण्डा भाजपा पर फोड़ रही है।

बाइट- प्रकाश भावसार मिडिया प्रभारी भाजपा


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