खंडवा। जिल में इको फ्रेंडली मिट्टी की गणेश मूर्तियां बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें बच्चों के द्वारा बनाई गई मिट्टी की मूर्तियां निशुल्क वितरित की गई. शहर के धर्मेंद्र जोहरी ने मिट्टी की प्रतिमा बनाने का प्रशिक्षण दिया.
मिट्टी के गणेश मूर्तियां बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन, बच्चों द्वारा बनाई गई मुर्तियों का निशुल्क वितरण - मूर्तियां निशुल्क वितरित की गई
खंडवा जिले में मिट्टी के गणेश मूर्तियां बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों के द्वारा बनाई गई मूर्तियां निशुल्क वितरित की गई.
इको फ्रेंडली मिट्टी की गणेश मूर्तियां
खंडवा। जिल में इको फ्रेंडली मिट्टी की गणेश मूर्तियां बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें बच्चों के द्वारा बनाई गई मिट्टी की मूर्तियां निशुल्क वितरित की गई. शहर के धर्मेंद्र जोहरी ने मिट्टी की प्रतिमा बनाने का प्रशिक्षण दिया.
Intro:खंडवा - खंडवा में इको फ्रेंडली मिट्टी के गणेश मूर्तियां बनाने के लिए कार्यशाला आयोजित की और बच्चों के द्वारा बनाए गए मिट्टी के गणेश जी निशुल्क वितरित किया. खंडवा के धर्मेंद्र जोहरी मिट्टी के गणेश जी बनाते हैं उन्होंने बच्चों को इसकी निशुल्क प्रशिक्षण दिया. मिट्टी के आकर्षक गणेश जी बनाकर इन बच्चे पर्यावरण को स्वस्थ रखने का संदेश दिया हैं.
Body:हर साल बाजार में प्लास्टर आफ पेरिस की गणेश मूर्तियां बड़ी संख्या में बिकती हैं. जो पर्यावरण के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होती हैं. इसलिए खंडवा के धर्मेंद्र जोहरी ने पर्यावरण को स्वस्थ रखने के मिट्टी के गणेश बनाने शुरू किया. इस बार उन्होंने अपनी इस मुहिम में छोटे बच्चों को भी शामिल किया और उन्हें इसके लिए प्रशिक्षण दिया. बच्चों द्वारा एक से बढ़कर सुंदर और आकर्षक मिट्टी से बनी मूर्तियां तैयार की गई. मिट्टी के गणेश जी बनाकर बच्चे काफी खुश दिखाई दिए
Byte - मिट्टी के गणेश बनाने वाली लड़की
वही कार्यशाला में शामिल हुए खंडवा नगर निगम के आयुक्त हिमांशु सिंह ने भी इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा बच्चों द्वारा आकर्षक गणेश जी की मूर्तियां तैयार की हैं आस्था पर फैशन भारी ना हो बल्कि आस्था पर आस्था ही भारी हो. यह पर्यावरण को स्वस्थ और स्वच्छ रखने के लिए बेहतर कदम हैं.
Byte - हिमांशु सिंह, निगम आयुक्तConclusion:वहीं इस पहल को शुरू करने वाले धर्मेंद्र जोहरी का कहना हैं कि प्लास्टर आफ पेरिस से बनी मूर्तियों पानी में जल्दी नहीं घुलती हैं और इससे जीव जंतुओं को भी नुकसान होता हैं. और उन्होंने मिट्टी से गणेश जी बनाने का विचार किया. उन्होंने स्वयं सीखा हैं वे अभी तक 400 लोगों को प्रशिक्षण दे चुके हैं. चार साल से मिट्टी के गणेश जी बना रहे हैं. इस बार बच्चों का प्रशिक्षण दिया इन बच्चों ने अलग अलग प्रकार की सैकड़ों गणेश की मूर्तियां तैयार की. कार्यशाला के माध्यम से लोगों को मिट्टी से गणेश बनाने के बारे में जानकारी दी गई. कार्यशाला के बाद इन मूर्तियों को बच्चों और आम लोगों को निशुल्क वितरित किया गया.
Byte - धर्मेंद्र जोहरी, मिट्टी के गणेश बनाने वाले कलाकर
Body:हर साल बाजार में प्लास्टर आफ पेरिस की गणेश मूर्तियां बड़ी संख्या में बिकती हैं. जो पर्यावरण के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होती हैं. इसलिए खंडवा के धर्मेंद्र जोहरी ने पर्यावरण को स्वस्थ रखने के मिट्टी के गणेश बनाने शुरू किया. इस बार उन्होंने अपनी इस मुहिम में छोटे बच्चों को भी शामिल किया और उन्हें इसके लिए प्रशिक्षण दिया. बच्चों द्वारा एक से बढ़कर सुंदर और आकर्षक मिट्टी से बनी मूर्तियां तैयार की गई. मिट्टी के गणेश जी बनाकर बच्चे काफी खुश दिखाई दिए
Byte - मिट्टी के गणेश बनाने वाली लड़की
वही कार्यशाला में शामिल हुए खंडवा नगर निगम के आयुक्त हिमांशु सिंह ने भी इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा बच्चों द्वारा आकर्षक गणेश जी की मूर्तियां तैयार की हैं आस्था पर फैशन भारी ना हो बल्कि आस्था पर आस्था ही भारी हो. यह पर्यावरण को स्वस्थ और स्वच्छ रखने के लिए बेहतर कदम हैं.
Byte - हिमांशु सिंह, निगम आयुक्तConclusion:वहीं इस पहल को शुरू करने वाले धर्मेंद्र जोहरी का कहना हैं कि प्लास्टर आफ पेरिस से बनी मूर्तियों पानी में जल्दी नहीं घुलती हैं और इससे जीव जंतुओं को भी नुकसान होता हैं. और उन्होंने मिट्टी से गणेश जी बनाने का विचार किया. उन्होंने स्वयं सीखा हैं वे अभी तक 400 लोगों को प्रशिक्षण दे चुके हैं. चार साल से मिट्टी के गणेश जी बना रहे हैं. इस बार बच्चों का प्रशिक्षण दिया इन बच्चों ने अलग अलग प्रकार की सैकड़ों गणेश की मूर्तियां तैयार की. कार्यशाला के माध्यम से लोगों को मिट्टी से गणेश बनाने के बारे में जानकारी दी गई. कार्यशाला के बाद इन मूर्तियों को बच्चों और आम लोगों को निशुल्क वितरित किया गया.
Byte - धर्मेंद्र जोहरी, मिट्टी के गणेश बनाने वाले कलाकर