खंडवा। लगातार बारिश के बाद निमाड़ अंचल के सबसे बड़े ओंकारेश्वर बांध के सभी गेट खोल दिए गए हैं. जबकि इंदिरा सागर बांध से भी पानी छोड़ा जा रहा है. वहीं लगातार पानी छोड़े जाने के बाद ओंकारेश्वर और उसके आसपास के लगे क्षेत्रों में नर्मदा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा हैं.
एमपी के 2 बड़े बांध लबालब भरे
ओंकारेश्वर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर मोरटक्का में नर्मदा नदी पर बना पुल पूरी तरह जलमग्न हो चुका हैं. अनुमान के मुताबिक इस पुल से 5 फीट ऊपर तक जलस्तर बना हुआ है. ड्रोन कैमरे से ली गई तस्वीरों में आप देख सकते हैं, किस तरह नर्मदा का विकराल रूप देखने को मिल रहा हैं. दूर-दूर से नर्मदा का तेज प्रवाह देखा जा सकता है. जिसके चलते आस-पास के क्षेत्रों को अलर्ट किया गया है.
नर्मदा पट्टी वाले इलाकों में हाई अलर्ट
नर्मदा के जलस्तर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, कई फीट ऊंचे इस पुल को नर्मदा के लहरों ने अपने आगोश में ले लिया हैं. यह स्थिति पिछले तीन दिनों से बनी हुई है. इसके चलते इंदौर-खंडवा मुख्य मार्ग पर आवागमन बंद हैं. जानकारी के मुताबिक साल 2013 में भी इसी तरह अत्यधिक वर्षा के चलते पानी पुल के ऊपर से बह रहा था. सात साल के बाद फिर से पुल के ऊपर तक पानी का बहाव देखा जा रहा हैं.
जानिए क्या है हाल एमपी के 2 बड़े बांधों का
- देश के दो बड़े डैम एमपी के खंडवा में हैं, दोनों बड़े बांध लबालब भरे हैं
- ओंकारेश्वर, इंदिरा सागर बांध से राज्य की प्यास बुझती है
- बांधों से 10 हजार क्यूसेक प्रति सेकंड की रफ्तार से पानी छोड़ा गया
- इंदिरा सागर के 12 गेट अब तक खोले गए, ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट खुले
- लगातार पानी छोड़ने से ओंकारेश्वर के इलाके में बाढ़ के हालात हैं
- नर्मदा पट्टी वाले जिलों में हाई अलर्ट, नदी किनारे आने वाले गांवों में धारा 144 लागू
- 7 साल के बाद मोरटक्का का नर्मदा पुल पानी में डूबा, पुल से 5 फिट ऊपर तक जलस्तर बना हुआ हैं
- इंदौर, खंडवा, इच्छापुर मुख्य मार्ग बंद, जलस्तर के कारण खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार में रेड अलर्ट
बड़े बांधों का जल-स्तर
- ओंकारेश्वर बांध का जल स्तर 195.12 मी. पहुंच चुका है
- 21 गेट खोलकर, 8 टरबाईन से 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया
- बड़वानी के राजघाट में नर्मदा नदी का जलस्तर 130.600 मीटर पर पहुंचा
- नर्मदा खतरे के निशान से 7.320 मीटर ऊपर बह रही है