खंडवा। जिले के ओंकारेश्वर बांध के पास निचले इलाकों में नर्मदा किनारे बसे गांवाें के लाेगाें के लिए आज की सुबह राहत भरी रही. आज सुबह नर्मदा नदी का जलस्तर 9 फीट तक कम हाेकर 177 मीटर पर पहुंच गया है, जोकि शनिवार काे खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर पहुंच गया था. नर्मदा का जलस्तर कम हाेने से आमजन के साथ ही प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है.
प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में नदी-नाले उफान पर थे. कई बांधों के गेट भी खोले गए थे. खंडवा में शहर सहित नर्मदा के ऊपरी क्षेत्र में बारिश और तवा, बरगी और इंदिरा सागर बांध के गेट खाेलने से शनिवार काे ओंकारेश्वर में नर्मदा का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा था. शाम तक नर्मदा खतरे के निशान से चार फीट ऊपर तक पहुंच गई थी, इसके चलते प्रशासन ने नगर की निचली बस्तियां खाली करवाकर लाेगाें काे राहत शिविरों में पहुंचने की हिदायत दी थी.
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जिले में लगातार बढ़ रहे जलस्तर से नर्मदा किनारे बसे गांवाें में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा था, लेकिन नर्मदा क्षेत्र में बारिश बंद हाेने और दाेनाें बांध से 72 घंटे तक लगातार 33400 क्यूसेक प्रति सेंकड छाेड़े गए पानी की पूर्ण निकासी हाेने से मंगलवार सुबह धीरे-धीरे जलस्तर कम हाेने लगा है. आज सुबह करीब 10 बजे तक नर्मदा का जलस्तर 9 फीट तक कम हाे गया था. इससे प्रशासनिक अधिकारियाें-कर्मचारियों, नगर की निचली बस्तियाें और नर्मदा किनारे बसे गांवाें के लाेगाें ने राहत की सांस ली है.