खंडवा। पाकिस्तानी सेना ने जिस भारतीय युवक को पकड़ा है, उसको लेकर खंडवा के परिवार ने उनका सदस्य होने का दावा किया है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक युवक को भारत का जासूस बताया जा रहा है. लेकिन, खंडवा के इंधावाड़ी गांव के एक आदिवासी परिवार का ये दावा है कि पाकिस्तान में पकड़ा गया युवक उनका बेटा राजू है. उनका कहना है कि राजू कोई जासूस नहीं हैं बल्कि उसकी मानसिक स्थिति पिछले 15 सालों से ठीक नहीं है. परिवार और ग्रामीण राजू को वापस लाने की सरकार से मांग कर रहे हैं.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक पाकिस्तान पुलिस ने बलूचिस्तान प्रांत से राजू को पकड़ा था. पाकिस्तान उसे जासूस बता रहा है. जब इसकी सूचना खंडवा के इंधावाड़ी गांव के आदिवासी परिवार को लगी तो उन्होंने दावा किया कि ये युवक उनका बेटा राजू पिंडारे है.
ठीक नहीं राजू की मानसिक स्थिति
परिजन के मुताबिक राजू की शादी 10 साल पहले हुई थी लेकिन मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण पत्नी छोड़कर चली गई. राजू के पिता लक्ष्मण पिंडारे खेती करते हैं परिवार में राजू के माता पिता और एक भाई है. उनका कहना है कि राजू कि मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, अक्सर वो घर छोड़कर चला जाता था और कुछ दिनों बाद वापस जाता था. इस बार भी राजू एक माह से गायब है. परिजन को राजू के घर वापस आने की उम्मीद थी, लेकिन कुछ लोगों ने जब परिजनों से राजू की फोटो दिखाकर जानकारी मांगी तो उन्हें पता चला कि वो पाकिस्तान चला गया है और वहां उसे भारतीय जासूस बताया जा रहा है. परिजनों का कहना है कि 'राजू अपने लिए दो वक्त की रोटी की जुगत नहीं लगा पाता तो जासूसी क्या करेगा.'
सरकार से की वापस लाने की मांग
परिवार के सदस्यों ने भारत सरकार से मांग की है कि उनके बेटे राजू को पाकिस्तान के कब्जे से छुड़ाकर भारत लाया जाए, वहीं गांव के लोगों का कहना है कि राजू एक गरीब परिवार का मानसिक रूप से विक्षिप्त युवक है. प्रदेश सरकार और भारत की सरकार राजू को पाकिस्तान से जल्द से जल्द वापस लाए. परिजन ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से भी निवेदन किया है.
क्या कहती है पुलिस ?
पूरे मामले पर नर्मदानगर थाने के एएसआई का कहना है कि राजू को लेकर कोई गुमशुदगी दर्ज नहीं हुई है. पुसिल को समाचार पत्रों के जरिए इस मामले की जानकारी लगी जिसके बाद परिजनों से पूछताछ की गई, जिसमें सामने आया है कि राजू की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है.