खंडवा। कोरोना की संभावित तीसरी लहर (Corona 3rd Wave) को लेकर लगातार अलर्ट जारी किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर जिला अस्पताल (district hospital) का ऑक्सीजन उत्सर्जन प्लांट (Oxygen Plant) का काम दो माह बाद भी पूरा नहीं हो सका. प्लांट का काम कोरोना की दूसरी लहर (Corona 2nd Wave) में शुरू किया गया था. 12 सौ एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) का केंद्र (Central Govt) और एक हजार एलपीएम (LPM) का प्लांट राज्य शासन (State Govt) के सहयोग से पूरा होना है. फिलहाल, जिले में एक भी कोरोना संक्रमित मरीज (Corona positive case) नहीं है.
सितंबर तक भी पूरा नहीं हो सका प्लांट
दरअसल, केंद्र (Central Govt) और राज्य शासन (State Govt) के सहयोग से दो प्लांट (plant) लगाए जाने के लिए प्रस्तावित हुए. जमीन का चयन भी हो गया और प्रपोजल भी तैयार कर भेज दिया गया. जुलाई में ही एक प्लांट बनाने के लिए राज्य शासन से अनुमति मिली. इधर, केंद्र सरकार (Central Govt) से मिला एक प्लांट (Plant) अन्य जिले को आवंटित हो गया. जिसे कलेक्टर अनय द्विवेदी के प्रयास पर वापस स्वीकृत कराया गया. अगस्त तक दोनों ही प्लांट पूरे करने की तैयारी थी, लेकिन काम में देरी के कारण यह सितंबर तक भी पूरे नहीं हो सके हैं.
अप्रैल में शुरू किया गया था प्लांट
अप्रैल में मरीज बढ़ने पर 400 एलपीएम (LPM) का एक प्लांट (Plant) राज्य सरकार (State Govt) के सहयोग से शुरू किया गया था. दस हजार क्यूबिक मीटर का एक टैंक भी उसके पहले लगाने से ऑक्सीजन स्टोर कर सेंट्रल लाइन के माध्यम से वार्ड और आईसीयू (ICU) तक पहुंचाई गई थी. इसी दौरान संक्रमित (Positive) और संदिग्ध मरीजों की संख्या 350 तक पहुंच गई. जिसके बाद यह व्यवस्था भी पर्याप्त नहीं हो सकी थी.
अभी भी बाकी हैं ये काम
जिला अस्पताल परिसर में 12 सौ एलपीएम ऑक्सीजन (Oxygen Plant) उत्सर्जन क्षमता वाले प्लांट के लिए कक्ष तैयार हो गया है. मशीनें भी लगाई गई हैं, लेकिन प्लांट अभी तक शुरू नहीं हो पाया. बताया जाता है कि केबल लाइन बिछाने का काम अभी अधुरा है. जिसकी वजह से ऑक्सीजन (Oxygen) का यह दूसरा प्लांट शुरू नहीं हो सका. इसके अलावा तीसरा एक हजार एलपीएम ऑक्सीजन उत्सर्जन क्षमता वाले प्लांट का काम देरी से शुरू हुआ. इसका अभी बेस तैयार हो चुका है. कक्ष, मशीन और केबल लाइन बिछाने का काम तो दूर की बात है.
700 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर तैयार
तीसरी लहर (Corona 3rd Wave) को देखते हुए 700 ऑक्सीजन युक्त बिस्तर (Bad) तैयार हैं. जरूरत पढ़ने पर बिस्तरों की संख्या एक हजार से 11 सौ तक की जा सकती है. दस बिस्तर का बच्चों का आइसीयू और वयस्क लोगों के लिए 60 बिस्तरों का आइसीयू है.