खंडवा। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग खंडवा जिले में स्थित है. यह ज्योतिर्लिंग ओंकार पर्वत पर बसा हुआ है और यह नर्मदा नदी किनारे स्थित है. यहां देश के कोने-कोने से भगवान शिव के भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं. भक्तों का विश्वास है कि बाबा भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे. यहां श्रावण माह और शिवरात्रि के मौके पर भक्तों की भारी भीड़ जुटती है.
राजा मांधाता की नगरी ओंकारेश्वर में भगवान शिव का प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं. नर्मदा किनारे बसे इस ज्योतिर्लिंग की महिमा अपार है, इसलिए भक्त यहां दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं. नर्मदा नदी में स्न्नान कर भक्त भगवान शिव का पूजन-अर्चन और अभिषेक कर अभिभूत हो जाते हैं. इस ज्योतिर्लिंग की विशेषता है कि यहां भक्त जो मनोकामनाएं लेकर आते हैं, वो जरूर पूरी होती है.
यहां रोजाना सुबह 5 बजे पहली आरती होती है. इसके बाद दोपहर 12 बजे आरती की जाती है, जबकि रात्रि साढ़े आठ बजे शाम की आरती होती है. इस दौरान मंदिर के पट बंद हो जाते हैं.