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12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग, यहां भक्तों की पूरी होती है मनोकामनाएं

राजा मांधाता की नगरी ओंकारेश्वर में भगवान शिव का प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग विराजमान है. नर्मदा किनारे बसे इस ज्योतिर्लिंग की महिमा अपरम्पार है, इसलिए भक्त यहां दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं.

12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग
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Published : Nov 25, 2019, 8:49 AM IST

Updated : Nov 25, 2019, 11:42 AM IST

खंडवा। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग खंडवा जिले में स्थित है. यह ज्योतिर्लिंग ओंकार पर्वत पर बसा हुआ है और यह नर्मदा नदी किनारे स्थित है. यहां देश के कोने-कोने से भगवान शिव के भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं. भक्तों का विश्वास है कि बाबा भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे. यहां श्रावण माह और शिवरात्रि के मौके पर भक्तों की भारी भीड़ जुटती है.

12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग

राजा मांधाता की नगरी ओंकारेश्वर में भगवान शिव का प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं. नर्मदा किनारे बसे इस ज्योतिर्लिंग की महिमा अपार है, इसलिए भक्त यहां दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं. नर्मदा नदी में स्न्नान कर भक्त भगवान शिव का पूजन-अर्चन और अभिषेक कर अभिभूत हो जाते हैं. इस ज्योतिर्लिंग की विशेषता है कि यहां भक्त जो मनोकामनाएं लेकर आते हैं, वो जरूर पूरी होती है.

यहां रोजाना सुबह 5 बजे पहली आरती होती है. इसके बाद दोपहर 12 बजे आरती की जाती है, जबकि रात्रि साढ़े आठ बजे शाम की आरती होती है. इस दौरान मंदिर के पट बंद हो जाते हैं.

खंडवा। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग खंडवा जिले में स्थित है. यह ज्योतिर्लिंग ओंकार पर्वत पर बसा हुआ है और यह नर्मदा नदी किनारे स्थित है. यहां देश के कोने-कोने से भगवान शिव के भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं. भक्तों का विश्वास है कि बाबा भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करेंगे. यहां श्रावण माह और शिवरात्रि के मौके पर भक्तों की भारी भीड़ जुटती है.

12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग

राजा मांधाता की नगरी ओंकारेश्वर में भगवान शिव का प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं. नर्मदा किनारे बसे इस ज्योतिर्लिंग की महिमा अपार है, इसलिए भक्त यहां दूर-दूर से खिंचे चले आते हैं. नर्मदा नदी में स्न्नान कर भक्त भगवान शिव का पूजन-अर्चन और अभिषेक कर अभिभूत हो जाते हैं. इस ज्योतिर्लिंग की विशेषता है कि यहां भक्त जो मनोकामनाएं लेकर आते हैं, वो जरूर पूरी होती है.

यहां रोजाना सुबह 5 बजे पहली आरती होती है. इसके बाद दोपहर 12 बजे आरती की जाती है, जबकि रात्रि साढ़े आठ बजे शाम की आरती होती है. इस दौरान मंदिर के पट बंद हो जाते हैं.

Intro:खंडवा - देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग खंडवा जिले में स्थित है. यह ज्योतिर्लिंग ओंकार पर्वत पर बसा हुआ है और यह नर्मदा किनारे स्थित हैं. यहां देश के कोने कोने से भोले भगवान शिव के भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं. और भक्तों का विश्वास है कि बाबा भोले की उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. यहां श्रावण माह और शिवरात्रि के अवसर पर भक्तों की भारी भीड़ जुटती हैं.


Body:राजा मांधाता की नगरी ओंकारेश्वर में भगवान शिव का प्रसिद्ध ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग विराजमान हैं. नर्मदा किनारे बसे इस ज्योतिर्लिंग की महिमा अपार हैं. इसलिए भक्त यहां दूर दूर से खिचे चले आते हैं. नर्मदा में स्न्नान कर भक्त भगवान शिव का पूजन अर्चन और अभिषेक कर अभुभूत हो जाते हैं. इस ज्योतिर्लिंग की विशेषता हैं कि यहां भक्त जो मनोकामना लेकर आते हैं वो पूरी होती हैं.


Conclusion:यहां प्रतिदिन अलसुबह 5 बजे पहली आरती होती हैं. इसके दोपहर 12 बजे आरती की जाती हैं. जबकि रात्रि 8:30 बजे शयन आरती होती हैं इस दौरान मंदिर के पट बंद हो जाते हैं.
Last Updated : Nov 25, 2019, 11:42 AM IST
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