खंडवा। शहर के घासपुरा स्थित जैन मंदिर से सुबह करीब 10:30 बजे रैली निकाली गई. विस्मिताश्री एवं विगम्याश्री माताजी के सानिध्य में निकली रैली घासपुरा से घंटाघर चौक, मुंबई बाजार, रेलवे स्टेशन रोड होते हुए बस स्टैंड से पुलिस कंट्रोल रूम पहुंची. यहां एसडीएम अरविंद चौहान को समाज की ओर से ज्ञापन सौंपा गया. ज्ञापन का वाचन वीरेंद्र जैन ने किया.
सम्मेद शिखर जैन धर्म की पावन भूमि : ज्ञापन में उल्लेख किया गया कि सम्मेद शिखर जैन धर्म के 20 तीर्थंकरों की पावन भूमि है. इस पवित्र तीर्थ क्षेत्र से 24 में से 20 तीर्थंकरों ने तपस्या तप करते हुए मोक्ष प्राप्त किया था. जैन समाज का यह पवित्र तीर्थस्थल है. देश ही नहीं, विदेशों से भी लाखों की संख्या में प्रतिवर्ष इस भूमि पर जाकर जैन धर्मावलंबी 27 किलोमीटर शुद्ध वस्त्र धारण कर बिना चप्पल के वंदना कर अपने आप को पुण्यशाली मानते हैं. एक बार इस तीर्थ के दर्शन करने से सारे पापों का नाश होता है.
Ujjain Jain Community जैन समाज ने निकाला मौन जुलूस, तीर्थ स्थल को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने का विरोध
झारखंड सरकार के निर्णय का विरोध : सिद्ध क्षेत्र पावन भूमि की मिट्टी को चंदन स्वरूप सिर पर लगाया जाता है. सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित का केंद्र सरकार और झारखंड सरकार द्वारा जो निर्णय लिया गया है. इससे पूरे जैन समाज में आक्रोश व्याप्त है. देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और झारखंड के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपने के दौरान समाज के अध्यक्ष दिलीप पहाडिय़ा, वीरेंद्र जैन, अभय जैन, मनीष सोमाया, आलोक सेठी, रंजन जैनी, सुनील जैन, विजय बोहरा, प्रेमांशु जैन सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद थे.