खंडवा। खंडवा लोकसभा के उपचुनाव में इस बार भाजपा जहां विकास के दावें कर रही है, वहीं कांग्रेस महंगाई समेत किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने में जुटी है. इस बीच कांग्रेस खेमे से पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री और खंडवा से पूर्व सांसद अरुण यादव से ईटीवी भारत के संवाददाता ने चर्चा की. इस दौरान अरुण यादव ने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा पर जमकर हलमा किया. यादव ने कहा कि महंगाई पर स्मृति ईरानी और हेमा मालिनी पर जो टिप्पणी की थी, उसमें कुछ भी गलत नहीं है. लिहाजा इस मामले में किसी भी तरह की आपत्ति के लिए भाजपा स्वतंत्र है.
मुंगेरीलाल के सपने देख रहे कैलाश विजयवर्गीय- यादव
अरुण यादव ने कहा खंडवा लोकसभा सीट कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा पूर्ण सीट है. 2022 के लोकसभा और 2023 के विधानसभा चुनाव के रिहर्सल के तौर पर कांग्रेस इस चुनाव को देख रही है. यादव ने दावा किया कि इस बार कांग्रेस के पक्ष में अच्छा माहौल है. इसलिए चारों सीटों पर कांग्रेस की ही जीत होगी. खंडवा में तीन लाख वोटों की जीत को लेकर कैलाश विजयवर्गीय के दावे पर यादव ने कहा कि यह सिर्फ मुंगेरीलाल के हसीन सपने हैं. 30 तारीख को जनता को तय करना है कि किस को जिताना है और किस को घर मिटाना है.
यादव ने आरोप लगाते हुए कहा भाजपा कमलनाथ जी के 15 महीने का कार्यकाल गिनाती है, जबकि खुद 15 साल शिवराज सत्ता में रहे, इसके बावजूद खंडवा क्षेत्र में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि अब स्थिति यह है कि महंगाई के कारण जनता शिवराज का चेहरा भी नहीं देखना चाहती.
स्मृति और हेमा पर जो कहा, सही कहा- यादव
अरुण यादव ने महंगाई संबंधी बयान को लेकर कहा था कि पहले महंगाई स्मृति ईरानी और भाजपा को डायन लगती थी, लेकिन अब हेमा मालिनी लगने लगी है. इस बयान में अरुण यादव ने कहा कि महंगाई के कारण देश में हाहाकार की स्थिति है. यहीं वह नेता है जो पेट्रोल और डीजल के मामूली दाम बढ़ने पर भी विरोध करते थे, लेकिन अब महंगाई पर कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
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कांग्रेस बना रही है महंगाई को मुद्दा
अरुण यादव ने कहा इस बार भाजपा को किसानों की तकलीफ की कीमत चुकानी पड़ेगी. किसानों को बोवनी करना है, लेकिन बिजली का पता नहीं है. ग्रामीण क्षेत्र में 4 से 5 घंटे ही बिजली मिल पा रही है, जबकि एक बत्ती कनेक्शन का बिल 3 से 4 हजार रुपए तक आ रहा है. किसान को खाद की भारी किल्लत झेलनी पड़ रही है.
जिन्हें खाद मिल रहा है, उन्हें दुगनी कीमत देनी पड़ रही है. गांव में सड़के नहीं है, बेरोजगारी चरम पर है. लेकिन भाजपा फिर भी मतदाताओं को धोखा देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. इस बार जनता समझ चुकी है जो मतदान के दौरान शिवराज की झूठी भाजपा सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी.
बूथ लेवल इलेक्टोरल माइक्रोमैनेजमेंट की रणनीति
अरुण यादव ने कहा कांग्रेस बीते 8 महीने से क्षेत्र में सक्रिय है. इसके अलावा कमलनाथ जी के निर्देश पर इस बार बूथ लेवल पर इलेक्ट्रोल माइक्रोमैनेजमेंट (Electoral Micromanagement) का काम किया गया है. जिसका लाभ कांग्रेस को मिलेगा. यादव ने कहा कि भाजपा 18 साल का हिसाब देगी, तो हम भी 15 महीने का हिसाब दे देंगे.
यादव ने किया चारों सीटों पर जीत का दावा
अरुण यादव ने कहा महंगाई बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों पर किसानों के साथ आम जनता की भारी नाराजगी भाजपा को झेलनी पड़ेगी. इसलिए कांग्रेस इस बार चारों सीटें जीत रही हैं. क्योंकि पूरा वातावरण कांग्रेस के पक्ष में है. उन्होंने राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कहा हर देशवासी पहले राष्ट्रवाद का समर्थन करता है, लेकिन राष्ट्रवाद के साथ रोजी-रोटी और रोजगार भी चाहिए. वे जनता को नहीं मिल रहा है.
यादव ने चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग के सवाल पर कहा कि शिवराज की सभा में भी भीड़ नहीं आ रही है. इसलिए सरकार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अधिकारियों के भरोसे सभाएं आयोजित करवा रही है. पूरा सरकारी अमला चुनाव में लगा है, वहीं पुलिस पूरी व्यवस्था संभाल रही है.