गायक के साथ बतौर हीरो बॉलीवुड में कम ही लोग इंट्री कर पाते हैं, और अगर कर भी लेते हैं तो उनका सफल हो पाना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन आज हम जिस शख्सियत की बात कर रहे हैं वो किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, उन्होंने भारतीय सिनेमा को एक से बढ़कर एक गीत दिए हैं साथ ही अपने अभिनय से भी लोगों के दिलों पर राज किया है, हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश के खंडवा में जन्मे और पले-बढ़े किशोर कुमार की.आज किशोर दा की 32वीं पुण्यतिथि है. किशोर दा भले ही अब हमारे बीच नहीं हों, लेकिन अपने गानों और अभिनय को लेकर वो हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे.
बॉलीवुड में किशोर कुमार की पहली फिल्म 'शिकारी' 1946 में रिलीज हुई थी। फिल्म में किशोर कुमार के बड़े भाई अशोक कुमार मुख्य किरदार में थे। किशोर कुमार को पहली बार देव आनंद की फिल्म 'जिद्दी' (1948) में गाने का मौका मिला। किशोर कुमार ने एक से बढ़कर एक हिट गाने दिए हैं लोग आज भी उनके गानों को सुनते हैं और पसंद करते हैं.
किशोर कुमार का नाम आते ही बॉलीवुड का एक मनमौजी, अल्हड़ किस्म के इंसान की तस्वीर आंखों के सामने आ जाती है, मेहनत और अपने हुनर के दम पर उन्होंने शोहरत की वो बुलंदियां छू ली जो हर किसी ले लिए सपना होती हैं. सबके दिलों पर राज करने वाले किशोर दा इस दुनिया से महज 58{अठावऩ साल की उम्र में चले गए थे, किशोर दा आज 13 अक्टूबर 1987 सतासी को अपने बड़े भाई अशोक कुमार का जन्मदिन मनाने की तैयारियों में जुटे थे, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था. इसी दिन वह इस नश्वर दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह गए.और दिलों में अमर हो गए.