खंडवा। कोरोना ने इस बार त्योहारों का स्वरूप ही बदल कर रख दिया है. जिला प्रशासन द्वारा आयोजित शांति समिति की बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए गए हैं, जिनमें गणेश उत्सव को इस बार बेहद सूक्ष्म रूप में मनाए जाने का फैसला लिया गया है. इस बार सार्वजनिक रूप से गणेश प्रतिमा की स्थापना नहीं की जाएगी. साथ ही साथ ताजिया भी नहीं बनेंगे और किसी तरह के जुलूस या झांकियां देखने को नहीं मिलेगी.
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई सभी धर्मों के धर्मगुरुओं और विभिन्न जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में शांति समिति की बैठक में कलेक्टर अनय द्विवेदी ने अपील की है कि आगामी दिनों में सभी धार्मिक पर्वों को आपसी सद्भाव के साथ मिल जुलकर मनाया जाए, जिले की शांति व्यवस्था बनाए रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है, सोशल मीडिया पर कोई विवादित पोस्ट न करें, ऐसा करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. पिछले दिनों शहर में हुई आपराधिक घटनाएं दोबारा न हो, ये सुनिश्चित करना शांति समिति के सभी सदस्य और जिले के जिम्मेदार नागरिकों का दायित्व है.
कलेक्टर ने इस बार आगामी गणेश उत्सव और मोहर्रम को लेकर ये फैसला लिया है कि सार्वजनिक गणेश उत्सव नहीं मनाया जाएगा. सभी लोग अपने घरों में ही गणेशजी की प्रतिमा स्थापित कर उत्सव मनाएं. साथ ही दो फीट से बड़ी गणेश प्रतिमा की स्थापना नहीं की जाएगी. इसके लिए मूर्तिकारों को साफ निर्देशित किया गया है. आम लोगों से कलेक्टर ने अपील की है कि लोग सभी पर्व को परिवार के साथ घर पर ही मनाएं, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न हो और कोरोना संक्रमण के फैलाव की आशंका भी न रहे.