खंडवा। मध्यप्रदेश के महिला बाल विकास विभाग के प्रदेश की आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडा दिए जाने के प्रस्ताव का सकल जैन समाज ने विरोध किया है. इसे लेकर सकल जैन समाज के लोगों ने डिप्टी कलेक्टर को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर इस फैसले को बदलने की मांग की है.
सकल जैन समाज ने किया आंगनवाड़ी में अंडा देने के प्रस्ताव का विरोध - khandwa news
प्रदेश की आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडा दिए जाने के प्रस्ताव का सकल जैन समाज ने विरोध किया है. इसे लेकर जैन समाज के लोगों ने डिप्टी कलेक्टर को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
आंगनवाड़ी में अंडा देने के प्रस्ताव का विरोध
खंडवा। मध्यप्रदेश के महिला बाल विकास विभाग के प्रदेश की आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडा दिए जाने के प्रस्ताव का सकल जैन समाज ने विरोध किया है. इसे लेकर सकल जैन समाज के लोगों ने डिप्टी कलेक्टर को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपकर इस फैसले को बदलने की मांग की है.
Intro:खंडवा - मध्यप्रदेश के महिला बाल विकास विभाग द्वारा प्रदेश की आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडा दिए जाने के प्रस्ताव का सकल जैन समाज ने विरोध किया हैं. इसके चलते आज सकल जैन के लोगों द्वारा डिप्टी कलेक्टर हमेलता सोलंकी को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम ज्ञापन देकर शासन से इस निर्णय को बदलने की मांग की हैं.
Body:गौरतलब हैं कि प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से प्रदेश की सभी आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडा दिए जाने का प्रस्ताव लाया गया हैं. तभी से राजनीतिक गलियारों में इस निर्णय का विरोध शुरू हो गया हैं. वहीं अब जैन समाज ने इस निर्णय का विरोध शुरू कर दिया हैं.
Conclusion:सकल जैन समाज के लोगों का कहना हैं कि यह फैसला हमारे देश की संस्कृति के खिलाफ हैं और बच्चों को भोजन के रूप में अंडा देने से उनके आचरण पर इसका विपरीत असर पड़ेगा. सरकार को इसके अंडे का विकल्प हैं इससे अलग कोई भी भोजन आंगनवाड़ी में दिया जा सकता हैं. समाज के लोगों ने प्रदेश सरकार से निवेदन किया हैं कि सरकार को अपने इस फैसले को वापस लेना चाहिए.
byte - सुनील जैन, जैन समाज
byte - नीतू जैन, जैन समाज
Body:गौरतलब हैं कि प्रदेश के महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से प्रदेश की सभी आंगनवाड़ियों में बच्चों को अंडा दिए जाने का प्रस्ताव लाया गया हैं. तभी से राजनीतिक गलियारों में इस निर्णय का विरोध शुरू हो गया हैं. वहीं अब जैन समाज ने इस निर्णय का विरोध शुरू कर दिया हैं.
Conclusion:सकल जैन समाज के लोगों का कहना हैं कि यह फैसला हमारे देश की संस्कृति के खिलाफ हैं और बच्चों को भोजन के रूप में अंडा देने से उनके आचरण पर इसका विपरीत असर पड़ेगा. सरकार को इसके अंडे का विकल्प हैं इससे अलग कोई भी भोजन आंगनवाड़ी में दिया जा सकता हैं. समाज के लोगों ने प्रदेश सरकार से निवेदन किया हैं कि सरकार को अपने इस फैसले को वापस लेना चाहिए.
byte - सुनील जैन, जैन समाज
byte - नीतू जैन, जैन समाज