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ओम्कारेश्वर बांध का बढ़ा जलस्तर, डूब प्रभावित युवक की मौत - Water Satyagraha

खंडवा जिले के ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ने से डूब प्रभावित की मौत हो गई. नर्मदा बचाओ आंदोलन के तहत कामनखेड़ा में जल सत्याग्रह किया जा रहा है. बांध के जलस्तर को 193 मीटर किए जाने की मांग कर रहे हैं.

ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ने का किया जा रहा विरोध
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Published : Oct 30, 2019, 10:35 PM IST

Updated : Oct 30, 2019, 11:11 PM IST

खंडवा। ओम्कारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने के विरोध में नर्मदा बचाओ आंदोलन के तहत 21 अक्टूबर से कामनखेड़ा में जल सत्याग्रह किया जा रहा है. छठवें दिन भी सत्याग्रहियों ने जल सत्याग्रह जारी रखा गया. कामनखेड़ा के पास एखंड गांव में एक डूब प्रभावित की बैक वाटर में डूबने से मौत हो गई. एनबीए ने मांग की है कि बांध का जलस्तर कम किया जाए और जब तक पुनर्वास पूरा नहीं हो जाता, तब तक बांध को पूरी क्षमता तक नहीं भरा जाए.

ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ने का किया जा रहा विरोध

ओम्कारेश्वर बांध में डूब प्रभावित कामनखेड़ा में पिछले 6 दिनों से जल सत्याग्रह जारी है. एक डूब प्रभावित की पानी में डूबने से मौत हो गई. प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार एखंड निवासी दशरथ के घर में पानी घुसने से अपना घर खाली कर रहा था, तभी मकान की एक लकड़ी पानी में बहनें लगी उसे पकड़ने की कोशिश में दशरथ का पैर पानी में पिसल गया, जिससे उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई.

नर्मदा बचाब आंदोलन के अलोक अग्रवाल ने बताया की दशरथ एखंड गांव का डूब प्रभावित था, जिसका अभी तक विस्थापन नहीं हुआ है,. उसके घर की एक लकड़ी पानी में बही जा रही थी, जिसे पकड़ने की कोशिश में दशरथ खुद पानी में डूब गया. मृतक दशरथ को 2013 के राज्य शासन के अनुसार पुनर्वास का अधिकार मिलना था. अग्रवाल ने कहा कि बिना पुनर्वास के बांध का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है, जो पूरी तरह गैरकानूनी है. उन्होंने कहा की हम एक बार फिर राज्य शासन से मांग करते हैं की, बांध के जलस्तर को पुनः 193 मीटर पर लाया जाये और सभी विस्थापितों को पुनर्वास के अधिकार दिए जाएं.

खंडवा। ओम्कारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने के विरोध में नर्मदा बचाओ आंदोलन के तहत 21 अक्टूबर से कामनखेड़ा में जल सत्याग्रह किया जा रहा है. छठवें दिन भी सत्याग्रहियों ने जल सत्याग्रह जारी रखा गया. कामनखेड़ा के पास एखंड गांव में एक डूब प्रभावित की बैक वाटर में डूबने से मौत हो गई. एनबीए ने मांग की है कि बांध का जलस्तर कम किया जाए और जब तक पुनर्वास पूरा नहीं हो जाता, तब तक बांध को पूरी क्षमता तक नहीं भरा जाए.

ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ने का किया जा रहा विरोध

ओम्कारेश्वर बांध में डूब प्रभावित कामनखेड़ा में पिछले 6 दिनों से जल सत्याग्रह जारी है. एक डूब प्रभावित की पानी में डूबने से मौत हो गई. प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार एखंड निवासी दशरथ के घर में पानी घुसने से अपना घर खाली कर रहा था, तभी मकान की एक लकड़ी पानी में बहनें लगी उसे पकड़ने की कोशिश में दशरथ का पैर पानी में पिसल गया, जिससे उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई.

नर्मदा बचाब आंदोलन के अलोक अग्रवाल ने बताया की दशरथ एखंड गांव का डूब प्रभावित था, जिसका अभी तक विस्थापन नहीं हुआ है,. उसके घर की एक लकड़ी पानी में बही जा रही थी, जिसे पकड़ने की कोशिश में दशरथ खुद पानी में डूब गया. मृतक दशरथ को 2013 के राज्य शासन के अनुसार पुनर्वास का अधिकार मिलना था. अग्रवाल ने कहा कि बिना पुनर्वास के बांध का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है, जो पूरी तरह गैरकानूनी है. उन्होंने कहा की हम एक बार फिर राज्य शासन से मांग करते हैं की, बांध के जलस्तर को पुनः 193 मीटर पर लाया जाये और सभी विस्थापितों को पुनर्वास के अधिकार दिए जाएं.

Intro:खंडवा - ओम्कारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ाए जाने के विरोध में नर्मदा बचाओ आंदोलन द्वारा 21 अक्टूबर से कामनखेड़ा में जल सत्याग्रह किया जा रहा हैं. बुधवार छटवें दिन भी सत्याग्रहियों द्वारा जल सत्याग्रह जारी रखा गया. वहीं कामनखेड़ा के पास ग्राम एखण्ड में एक डूब प्रभावित की बैक वाटर में डूबने से मौत हो गई। एनबीए ने मांग की हैं कि बांध का जलस्तर कम किया जाए और जबतक पुनर्वास पूरा न होजाए बांध को पूरी क्षमता से न भरा जाये।

Body:ओम्कारेश्वर बांध में डूब प्रभावित कामनखेड़ा में पिछले 6 दिनों से जल सत्याग्रह जारी हैं। कामनखेड़ा के पास ही डूब प्रभावित ग्राम एखंड में बुधवार को एक डूब प्रभावित की पानी में डूबने से मौत हो गई। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार एखण्ड निवासी दशरथ पिता चैना घर में पानी घुसने से अपना घर खाली कर रहा था तभी माकन की एक लकड़ी पानी में बहनें लगी उसे पकड़ने के प्रयास में दशरथ का पैर पानी में पिसल गया। पानी गहरा होने की वजह से दशरथ के पानी में डूब गया।

दशरथ के पानी में डूबने की खबर मिलते ही ग्रामवासी घटना स्थल पर पहुंचे और दशरथ के शव को पानी से निकला। नर्मदा बचाब आंदोलन के अलोक अग्रवाल ने बताया की दशरथ ग्राम एखंड का डूब प्रभावित है जिसका अभी तक विस्थापन नहीं हुआ हैं। आज जब दशरथ के घर में डूब का पानी घुसा तो वह अपना घर खाली करने लगा। उसके घर की एक लकड़ी पानी में बही जिसे पकड़ने के प्रयास में दशरथ खुद पानी में डूब गया। मृतक दशरथ को 2013 के राज्य शासन के अनुसार पुनर्वास के अधिकार मिलना बाकि थे। अग्रवाल ने कहाकि बिना पुनर्वास के बांध का जलस्तर बढ़ाया जा रहा है जो पूरी तरह गैरकानूनी है। इन्होने कहा की हम एकबार फिर राज्य शासन से मांग करते हैं की बांध के जलस्तर को पुनः 193 मीटर पर लाया जाये और सभी विस्थापितों को पुनर्वास के अधिकार दिए जाये।
Byte - आलोक अग्रवाल , सदस्य नर्मदा बचाओ आंदोलन
Conclusion:इधर जिला प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार ने कहा की मृतक को शासन की और से आर्थिक मदद दी जायगी
Byte - उदय सिंह मंडलोई, नायाब तहसीलदार मांधाता
Last Updated : Oct 30, 2019, 11:11 PM IST
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