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खंडवा निगम की साधारण सभा फिर स्थगित, सदस्यों ने महापौर पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप - investigation of economic crimes

खंडवा जिले में नगर निगम की साधारण सभा की बैठक हंगामे के चलते एक फिर स्थगित हो गई. बैठक में सदस्यों ने महापौर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है, जिसकी अध्यक्ष ने जांच कराने की बात कही है.

साधारण सभा की बैठक हंगामे के चलते एक फिर स्थगित
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Published : Oct 23, 2019, 11:17 PM IST

Updated : Oct 24, 2019, 12:39 AM IST

खंडवा। नगर निगम की साधारण सभा की बैठक एक बार फिर स्थगित हो गई. इस साधारण सभा की बैठक में वर्ष 2019-20 का बजट भी पास किया जाना था, लेकिन भारी हंगामे के बीच बजट पास नहीं हो पाया. सभा की बैठक में बीजेपी के पार्षदों ने अपनी परिषद और महापौर पर सार्वजनिक कामों में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. बीजेपी पार्षदों ने विपक्ष के साथ मिलकर इन आर्थिक अपराधों की जांच EOW से कराने की मांग की.

साधारण सभा की बैठक हंगामे के चलते एक फिर स्थगित


खंडवा नगर निगम में लगातार पिछले 20 सालों से बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली परिषद का शासन है. नगर निगम की इस परिषद का कार्यकाल भी खत्म होने को है. साधारण सभा की बैठक में हंगामे का आसार सभी को था. इस सभा में दो महीने पहले स्थगित हुई पिछली सभा के एजेंडे पर चर्चा होनी थी, जिसमें चालू वर्ष का बजट अनुमोदन भी था, लेकिन पक्ष-विपक्ष के हंगामे और आरोपों के चलते बजट पर चर्चा नहीं हो पाई.


बीजेपी के वरिष्ठ पार्षद वेदप्रकाश शर्मा ने सड़क और पानी वितरण में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. विपक्ष को इन आरोपों से ताकत मिल गई. विपक्ष ने महापौर पर खुले आरोप लगाए है कि उन्होंने सांठगांठ करके निर्माण कार्यों में ठेकेदारों को निर्धारित दर से ज्यादा रेट पर काम दिए है. अध्यक्ष ने जब इस हंगामेदार माहौल को देखा तो वह भी पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के तेवर को भांपते हुए निर्माण कार्यों में की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच कराने को राजी हो गए.

खंडवा। नगर निगम की साधारण सभा की बैठक एक बार फिर स्थगित हो गई. इस साधारण सभा की बैठक में वर्ष 2019-20 का बजट भी पास किया जाना था, लेकिन भारी हंगामे के बीच बजट पास नहीं हो पाया. सभा की बैठक में बीजेपी के पार्षदों ने अपनी परिषद और महापौर पर सार्वजनिक कामों में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. बीजेपी पार्षदों ने विपक्ष के साथ मिलकर इन आर्थिक अपराधों की जांच EOW से कराने की मांग की.

साधारण सभा की बैठक हंगामे के चलते एक फिर स्थगित


खंडवा नगर निगम में लगातार पिछले 20 सालों से बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली परिषद का शासन है. नगर निगम की इस परिषद का कार्यकाल भी खत्म होने को है. साधारण सभा की बैठक में हंगामे का आसार सभी को था. इस सभा में दो महीने पहले स्थगित हुई पिछली सभा के एजेंडे पर चर्चा होनी थी, जिसमें चालू वर्ष का बजट अनुमोदन भी था, लेकिन पक्ष-विपक्ष के हंगामे और आरोपों के चलते बजट पर चर्चा नहीं हो पाई.


बीजेपी के वरिष्ठ पार्षद वेदप्रकाश शर्मा ने सड़क और पानी वितरण में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. विपक्ष को इन आरोपों से ताकत मिल गई. विपक्ष ने महापौर पर खुले आरोप लगाए है कि उन्होंने सांठगांठ करके निर्माण कार्यों में ठेकेदारों को निर्धारित दर से ज्यादा रेट पर काम दिए है. अध्यक्ष ने जब इस हंगामेदार माहौल को देखा तो वह भी पक्ष-विपक्ष के पार्षदों के तेवर को भांपते हुए निर्माण कार्यों में की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच कराने को राजी हो गए.

Intro:खंडवा - खंडवा नगर निगम की साधारण सभा की बैठक एक बार फिर स्थगित हो गई. इस साधारण सभा की बैठक में वर्ष 2019-20 का बजट भी पास किया जाना था. लेकिन भारी हंगामे के बीच बजट पास नहीं हो पाया. खास बात यह रही कि इस साधारण सभा की बैठक में भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों ने ही अपनी परिषद और महापौर पर सार्वजनिक कामों में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. भाजपा पार्षदों ने विपक्ष के साथ मिलकर इन आर्थिक अपराधों की जांच EOW से कराने की मांग की.

Body:खंडवा नगर निगम में लगातार पिछले 20 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत वाली परिषद का शासन है. नगर निगम की इस परिषद का कार्यकाल भी खत्म होने को है.अंतिम मानी जा रही इस साधारण सभा की बैठक में हंगामे का आसार सभी को था. इस सभा में दो महीने पहले स्थगित हुई पिछली सभा के एजेंडे पर चर्चा होनी थी जिसमे चालू वर्ष का बजट अनुमोदन भी था लेकिन पक्ष विपक्ष के हंगामे और आरोपों के चलते बजट पर चर्चा ही नही हो पाई भाजपा के वरिष्ठ पार्षद वेदप्रकाश शर्मा ने सड़क और पानी वितरण में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. विपक्ष को इन आरोपों से ताकत मिल गई और वह भी महापौर पर हमला करने से नही चुके. विपक्ष ने महापौर पर खुले आरोप लगाए कि उन्होंने सांठगांठ करके निर्माण कार्यों में ठेकेदारों को निर्धारित दर से ज्यादा रेट पर काम दिए.

Byte - अहमद पटेल, विपक्ष नेता

इस परिषद में पिछले लगभग 1 वर्ष से साधारण सभा की बैठक में शहर के कार्यो का अनुमोदन नहीं हो पा रहा है. लगभग 8 महीने हो गए अभी तक बजट भी पास नहीं हुआ हैं. ऐसे में नगर निगम के प्रति जनता में भी विश्वास की भावना कम हो रही है. पूर्ण बहुमत होने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी के महापौर अपने ही पार्षदों को संतुष्ट नहीं करा पा रहे हैं. यही कारण है कि भाजपा के पार्षदों ने भी महापौर पर खुले भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. इस पूरे मामले में महापौर ने अपना बचाव करते हुए प्रक्रिया का हवाला दिया, लेकिन वह भी किसी के गले नहीं उतरा.

Byte - सुभाष कोठारी, महापौर नगर निगम

Conclusion:अध्यक्ष ने जब इस हंगामेदार माहौल को देखा तो वह भी पक्ष और विपक्ष के पार्षदों के तेवर को भांपते हुए निर्माण कार्यों में की अनियमितताओं और भ्रष्टाचार की जांच कराने को राजी हो गए।

Byte - रामगोपाल शर्मा, अध्यक्ष नगर पालिक निगम खंडवा
Last Updated : Oct 24, 2019, 12:39 AM IST
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