ETV Bharat / state

कहीं मुफ्त में बांट रहे हैं प्याज, कहीं धोखाधड़ी का शिकार, एमपी में अन्नदाता का बुरा हाल

खंडवा में प्याज उत्पादक किसान 2-3 रुपये किलो प्याज बेचने को मजबूर हैं, इतनी कम कीमत होने से किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है. ज्जैन कृषि उपज मंडी में कैलाश राघवानी के खिलाफ किसानों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें किसानों ने मंडी समिति कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है.

परेशान किसान
author img

By

Published : Mar 8, 2019, 10:18 PM IST

खंडवा/ उज्जैन। कमलनाथ सरकार भले ही कर्जमाफी जैसे अहम कदम उठाकर खुद को किसानों का हितैषी होने का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन मध्य प्रदेश में सरकार से किसान खुश नहीं है. खंडवा में प्याज के सही दाम नहीं मिलने से नाराज किसानों ने अनोखा प्रदर्शन करते हुए मुफ्त में प्याज बांटे.


खंडवा में प्याज उत्पादक किसान 2-3 रुपये किलो प्याज बेचने को मजबूर हैं, इतनी कम कीमत होने से किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है, इस बात से नाराज किसान भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में नगर निगम चौराहे पर धरना देते हुए मुफ्त में प्याज बांटे और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. कुछ किसान मंडी न ले जाकर मवेशियों को प्याज खिला रहे हैं.

परेशान किसान


उज्जैन की कृषि उपज मंडी में किसानों से उपज खरीदी के बाद भुगतान नहीं करने का आरोप है.उज्जैन कृषि उपज मंडी में कैलाश राघवानी के खिलाफ किसानों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें किसानों ने मंडी समिति कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है. किसानों का कहना है कि व्यापारी ने उपज खरीदी के बाद ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने का भरोसा दिलाया था लेकिन अब तक फंड ट्रांसफर नहीं हुआ. वहीं सचिव का कहना है कि मामले में शिकायतें आ रही है. मामले की जांच किया जा रहा है.

खंडवा/ उज्जैन। कमलनाथ सरकार भले ही कर्जमाफी जैसे अहम कदम उठाकर खुद को किसानों का हितैषी होने का ढिंढोरा पीट रही है, लेकिन मध्य प्रदेश में सरकार से किसान खुश नहीं है. खंडवा में प्याज के सही दाम नहीं मिलने से नाराज किसानों ने अनोखा प्रदर्शन करते हुए मुफ्त में प्याज बांटे.


खंडवा में प्याज उत्पादक किसान 2-3 रुपये किलो प्याज बेचने को मजबूर हैं, इतनी कम कीमत होने से किसानों की लागत भी नहीं निकल पा रही है, इस बात से नाराज किसान भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में नगर निगम चौराहे पर धरना देते हुए मुफ्त में प्याज बांटे और मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. कुछ किसान मंडी न ले जाकर मवेशियों को प्याज खिला रहे हैं.

परेशान किसान


उज्जैन की कृषि उपज मंडी में किसानों से उपज खरीदी के बाद भुगतान नहीं करने का आरोप है.उज्जैन कृषि उपज मंडी में कैलाश राघवानी के खिलाफ किसानों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें किसानों ने मंडी समिति कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई है. किसानों का कहना है कि व्यापारी ने उपज खरीदी के बाद ऑनलाइन फंड ट्रांसफर करने का भरोसा दिलाया था लेकिन अब तक फंड ट्रांसफर नहीं हुआ. वहीं सचिव का कहना है कि मामले में शिकायतें आ रही है. मामले की जांच किया जा रहा है.

Intro:खंडवा - जिले में पिछले दिनों किसानों ने प्याज़ का सही भाव नही मिलने के कारण अपनी प्याज़ को सड़कों पर फेंककर विरोध जताया था। आज भारतीय किसान संघ ने नगर निगम चौराहे पर सही भाव नही मिलने के कारण एक दिवसीय धरना देकर जनता को मुफ़्त में प्याज़ बांटे। और मुख्यमंत्री के नाम नायाब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।


Body:दरअसल जिले में प्याज़ उत्पादक किसानों को 2-3 रूपये किलो प्याज़ बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा हैं। जिससे किसानों की लागत भी नही निकल पा रही हैं। लाखों रूपये लागत लगाकर प्याज़ का उत्पादन करने वाले किसान ऐसी स्थिति में प्याज़ को मंडियों तक भी नही ले जा रहे हैं। वे प्याज़ को नष्ट कर रहे हैं या इसे जानवरों को खिला रहे हैं। इसी के आक्रोशित जिले के किसानों ने आज नगर निगम पर एकदिवसीय धरना दिया किसानों ने प्याज़ की माला पहनकर विरोध जताया। और लोगों को मुफ़्त में प्याज़ बांटे।


Conclusion:किसानों का कहना हैं कई दिनों से प्याज़ 2-3 रूपये किलो बिक रही हैं। व्यापारी हमसे मुफ़्त में ही प्याज खरीद रहे हैं। वो एकमुश्त 55 किलो का कट्टा 70 रूपये में खरीद रहे हैं गांव से आने जाने का किराया भी नही निकल रहा हैं। इसलिए हम मुफ्त में शहर के लोगों को प्याज़ बांट रहे हैं। हम यह नही चाहते हैं कि सरकार हमसे 50 रूपये किलो में प्याज़ खरीदे लेकिन कम से कम 12-15 रूपये किलो में ख़रीदना चाहिए जब तक किसान को फसल का उचित भाव नही मिलेगा तब तक किसी भी सरकारी आदमी को गाँव के अंदर नही घुसने दिया जाएगा। सरकार को पहले की तरह प्याज़ का भी पंजीयन कराना चाहिए।
byte - सुभाष पटेल भारतीय किसान संघ
byte - किसान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.