खंडवा। विजय दिवस के मौके पर पूर्व सैनिकों का सम्मान किया गया. भारतीय सेना ने 1971 में पाकिस्तान को धूल चटाई थी. युद्ध की यादों को ताजा करते हुए जिले के पूर्व सैनिकों ने उस वक्त के लम्हों को साझा किया. इंडियन एयर फोर्स में शामिल जिले के सुरेश दत्त शुक्ला ने भारत-पाक के उस युद्ध में हवाई आक्रमण को मजबूत करने में अपना योगदान दिया था.
भारतीय थलसेना के पूर्व लांस नायक विक्रम जामने ने बताया युद्ध में कई दिनों तक भूखे प्यासे रहे. पाकिस्तानी सेना के हमले में हमारे कई जवान उनकी आंखों के सामने शहीद हुए थे, लेकिन भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी सेना पर जवाबी हमला करते हुए दुश्मनों को मार गिराया. इस जीत खुशी पूर्व सैनिकों के चेहरे पर साफ दिखाई देती हैं.
सन् 1971 का भारत-पाकिस्तान के बीच हुआ युद्ध दुनिया की प्रमुख घटनाओं में से एक माना जाता है. इसके मायने सबसे ज्यादा एक सैनिक ही समझ सकता हैं.16 दिसंबर 1971 के दिन भारतीय जांबाज लड़ाकों ने पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब देते हुए धूल चटाई थी. उस समय बांग्लादेश पूर्वी पाकिस्तान के नाम से जाना जाता था. इस ऐतिहासिक युद्ध में पाकिस्तानी सेना के 93 हजार सैनिकों ने आत्मसर्पण किया था. जबकि, इस युद्ध में भारत के 3900 सैनिक शहीद हुए थे.