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खंडवा: श्रावण सोमवार और नाग पंचमी के संयोग पर श्रद्धालुओं ने की विशेष पूजा

खंडवा के हाटकेश्वर मंदिर में श्रावण सोमवार और नाग पंचमी का एक साथ दुर्लभ संयोग होने के कारण श्रद्धालुओं ने शिव का श्रृंगार कर विशेष पूजा की.

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Published : Aug 6, 2019, 12:07 AM IST

खंडवा। श्रावण मास के तीसरे सोमवार और नाग पंचमी का विशेष संयोग होने के कारण इस दिन भगवान शिव के श्रृंगार का विशेष महत्व माना जाता हैं. इस अवसर पर खंडवा के हाटकेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने शिव का श्रृंगार कर विशेष पूजा- अर्चना अभिषेक किया.

श्रावण सोमवार और नाग पंचमी के संयोग पर श्रद्धालुओं ने की विशेष पूजा
धार्मिक मान्यतानुसार श्रावण के तीसरे सोमवार और नाग पंचमी के संयोग से योग आधारभूत माना जाता हैं. इस दिन बाबा भोले के श्रंगार कर उनका पूजन अभिषेक फलदायी माना जाता हैं.पंडित प्रबल दीक्षित ने कहा कि श्रावण मास में नाग पंचमी के योग से पुष्य नक्षत्र बना हैं जिसमें भोले के श्रृंगार का विशेष महत्व होता हैं, उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को भोले की कृपा पाने और जीवन में सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्त होने के लिए रोज शिव का अभिषेक और श्रृंगार करना चाहिए.

खंडवा। श्रावण मास के तीसरे सोमवार और नाग पंचमी का विशेष संयोग होने के कारण इस दिन भगवान शिव के श्रृंगार का विशेष महत्व माना जाता हैं. इस अवसर पर खंडवा के हाटकेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं ने शिव का श्रृंगार कर विशेष पूजा- अर्चना अभिषेक किया.

श्रावण सोमवार और नाग पंचमी के संयोग पर श्रद्धालुओं ने की विशेष पूजा
धार्मिक मान्यतानुसार श्रावण के तीसरे सोमवार और नाग पंचमी के संयोग से योग आधारभूत माना जाता हैं. इस दिन बाबा भोले के श्रंगार कर उनका पूजन अभिषेक फलदायी माना जाता हैं.पंडित प्रबल दीक्षित ने कहा कि श्रावण मास में नाग पंचमी के योग से पुष्य नक्षत्र बना हैं जिसमें भोले के श्रृंगार का विशेष महत्व होता हैं, उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को भोले की कृपा पाने और जीवन में सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्त होने के लिए रोज शिव का अभिषेक और श्रृंगार करना चाहिए.
Intro:खंडवा - श्रावण मास के तीसरे सोमवार और नाग पंचमी का विशेष योग बना हैं इस दिन भगवान शिव के श्रंगार का विशेष महत्व माना जाता हैं.इसके के चलते आज श्रद्धालुओं ने शिव का श्रंगार कर पूजा अर्चना अभिषेक किया.


Body:धार्मिक मान्यतानुसार श्रावण के तीसरे सोमवार और नाग पंचमी के योग से गुरु पुष्य नक्षत्र आधारभूत माना जाता हैं इस दिन बाबा भोले के श्रंगार कर उनका पूजन अभिषेक फलदायी माना जाता हैं खंडवा के हाटकेश्वर मंदिर में श्रद्धालु शिव की विशेष कृपा पाने के लिए अभिषेक किया.


Conclusion:पंडित प्रबल दीक्षित ने कहा श्रावण मास में नाग पंचमी के योग से पुष्य नक्षत्र बना है ऐसे में भोले के श्रंगार का विशेष महत्व हैं श्रद्धालुओं को भोले की कृपा पाने और जीवन में सभी प्रकार की बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए प्रातः उठकर शिव का अभिषेक और श्रंगार करना चाहिए
byte - पंडित प्रबल दीक्षित
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