खंडवा। कोरोना महामारी ने जहां पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है, सभी लोग इस महामारी से निजात पाने के लिए वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं, वहीं मध्यप्रदेश में कोरोना के साथ अब बर्ड फ्लू आफत बनकर आई है, नए साल के पहले दिन प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में बर्ड फ्लू ने दस्तक दी. जिसके बाद प्रदेश के कई जिलों में मृत कौए पाए गए, वहीं खंडवा में भी मृत बगुले और कौए मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. खंडवा में गोलमाल बाबा मंदिर मार्ग पर सोमवार को मृत बगुले और कौए मिले. इनमें बर्ड फ्लू के वायरस के लक्षण होने के आशंका से सनसनी फैल गई. बताया जा रहा है कि बर्ड फ्लू का वायरस घातक होता है. यह एक से दूसरे पक्षी में फैलता है. सोमवार को बगुले और कौवों के मरने की सूचना से हड़कंप मच गया.
शहर में गोलमाल बाबा मंदिर मार्ग पर हर समय पेड़ों पर पक्षियों का डेरा रहता है. वहीं जमीन पर दोपहर में कुछ लोगों को बगुले और कौए मृत नजर आए. इसके बाद यहां लोगों की भीड़ लग गई. बता दें 7 बगुले और 2 कौए के शव मिले हैं.
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इंदौर में दी थी सबसे पहले बर्ड फ्लू की दस्तक
बता दें राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्र में फैले बर्ड फ्लू संक्रमण के बाद इंदौर में बर्ड फ्लू से लगातार कौओं की मौत हो रही है. इंदौर के डेली कॉलेज के आसपास 4 दिन में 83 कौओं की मौत हो चुकी है. 2 जनवरी को 13 कौए मृत पाए गए थे, जिन्हें पशुपालन विभाग की टीम ने जमीन में दफनाया था. इसके अलावा डेली कॉलेज समेत आसपास के संक्रमित क्षेत्रों में लगातार छिड़काव किया गया.
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आगर में भी मृत मिले कौए
आगर में जांच के दौरान सबसे ज्यादा कौओं की मौत छावनी स्थित डिपो में हुई है. जहां पिछले दो-तीन दिनों में सबसे ज्यादा मृत और बेसुध कौए मिले हैं. रविवार को भी जब टीम मौके पर पहुंची, तो वहां करीब 25 से 30 कौए मृत और बेसुध अवस्था में मिले, जिन्हें शहर के बाहर गड्ढे खोदकर दफन किया गया है.