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बिजली बिल ने दिया 440 वोल्ट का झटका, बिजली ऑफिस के चक्कर काट रहे उपभोक्ता - Consumers upset due to electricity bill

लगातार बिजली के बढ़े हुए बिल को लेकर जनता परेशान है. सूबे की सरकार ने जनता को सस्ती बिजली देने का वादा तो किया था, लेकिन इन वादों पर पानी फिरता नजर आ रहा है. उपभोक्ता बिजली ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा लगातार लोगों को महज आश्वासन दिया जाता है.

Current electricity bill
करंट वाला बिजली बिल
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Published : Aug 31, 2020, 10:37 PM IST

खंडवा। कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में घरों की माली हालात खराब हो रही है. ऐसे में प्रदेश का बिजली विभाग मनमानी कर रहा है . प्रदेश भर से इस बात की शिकायतें मिल रही हैं कि बिजली उपभोक्ताओं को अनाप-शनाप बिल थमाए जा रहे हैं. कोरोना काल में बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिजली बिलों के रूप में झटके दे रही है. लॉकडाउन के तीन महीनों का बिल एक साथ मिलना उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दे रहा है. जो बिल पहले 100-150 रूपए प्रतिमाह आया करते थे वो अब 3000-12000 रुपए तक आ रहा है. कोरोना काल में पहले से आर्थिक तंगी झेल रहे उपभोक्ताओं के लिए दो जून की रोटी कमाना कठिन हो गया है. ऐसे में इन बढ़े हुए बिजली बिलों ने आम लोगों को 440 वोल्ट का झटका दिया है.

बिजली बिल ने दिया 440 वोल्ट का झटका

कोरोना के बाद बिजली का झटका
लोगों का कहना है कि बाजार में सुस्ती है, कामकाज ठंडा पड़ा है, पैसों की आवक नहीं है, लेकिन बढ़ते हुए बिजली के बिलों को देखकर झटका जरूर लग रहा है. गरीब आदमी जहां पहले 100-150 रुपये का बिल चुका के ही परेशान था, उसे अब लॉकडाउन के 3 महीने का बिल, वो भी औने पौने दाम का भारी झटका दे रहा है. बिजली विभाग उन्हें 12 हजार तक के बिजली बिल थमा रहा है ऐसे में पहले से ही रोजी रोटी को लेकर परेशान आदमी इस भारी भरकम बिल को कैसे चुकाएगा.

Consumers upset due to increased electricity bill
सब स्टेशन

सरकार की योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ
शिवराज सरकार में संबल योजना में पात्र हितग्राहियों को 200 रूपए प्रतिमाह जो बिल आता था उसे कमलनाथ सरकार ने आधा यानि 100 रुपए प्रतिमाह कर दिया था. गरीब वर्ग के लिए सरकार ने राहत की घोषणा की है, लेकिन बिजली बिलों ने मध्यम वर्गीय लोगों की कमर तोड़ दी है. जिन लोगों के बिजली बिल 500 से 800 रूपए के बीच आता था, उन्हें अब हजारों रूपए का बिल थमाया जा रहा हैं.

Consumers upset due to increased electricity bill
बिजली मीटर

सरकार पर दोष मढ़ रहा विपक्ष
इस संकट की घड़ी में लगातार बढ़ रहे बिजली के बिलों को लेकर युवा कांग्रेस ने भी पिछले दिनों बिजली कंपनी का घेराव किया था और बढ़े हुए बिजली बिलों को घटाने की मांग की गई थी. जिसके बाद खंडवा युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अंकित पाठक ने चेतावनी दी है कि अगर बढ़े हुए बिजली बिलों को माफ नहीं किया गया तो युवा कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी.

Consumers upset due to increased electricity bill
हजारों में आया बिजली बिल

विसंगतियां दूर करने की बात कह रहे अधिकारी
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी एसआर सैमिल ने बताया कि बिजली बिलों को लेकर जो कुछ विसंगतियां हैं, उन्हें दूर किया जा रहा है. उन्होंने बताया की लॉकडाउन के 3 महीने मीटर रीडिंग नहीं ली गई बल्कि पिछले साल की रीडिंग के हिसाब से एवरेज बिल दिया गया. उपभोक्ताओं को किस्तों में भुगतान करने की छूट दी गई है. हालांकि एसआर सैमिल ने बताया कि सरकार ने 30 दिनों के भीतर रीडिंग लेने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद उसे रीडिंग को घटाकर ही उपभोक्ताओं से बिल लिया जाएगा.

Consumers upset due to increased electricity bill
बिल दिखाते उपभोक्ता

एमपी में चल रही है स्मार्ट मीटर-स्मार्ट बिलिंग योजना
मध्यप्रदेश में बिजली मीटर्स की खराबी और बिलिंग की गड़बड़ियों को रोकने के लिए एमपी में स्मार्ट मीटर्स लगाने की शुरुआत हुई है. इसके तहत कुछ नियम बनाए गए हैं. जिसके तहत ये मीटर लगाए जा रहे हैं.

  • राज्य के 3 डिस्कॉम में लगाए जाएंगे 'स्मार्ट मीटर्स'
  • 700 करोड़ का खर्च आने का है अनुमान
  • बिजली बिलों की गड़बड़ियों को रोकेंगे 'स्मार्ट मीटर्स'
  • एमपी में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की है योजना
  • भोपाल में 4.7 लाख बिजली कनेक्शन हैं
  • राजधानी भोपाल में 3.7 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की हुई शुरुआत
  • ऐसे में 80% मीटर, स्मार्ट मीटर में हो जाएंगे तब्दील
  • इससे बिजली विभाग के कर्मचारियों का बिलिंग में हस्तक्षेप खत्म होगा
    Consumers upset due to increased electricity bill
    पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी

आने वाले समय में प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. शायद इसीलिए कुछ रोज पहले इंदौर के दौरे पर गए सूबे के मुखिया ने बिजली बिल माफ करने की घोषणा की है अब देखना होगा की सीएम शिवराज की घोषणा का कितने जल्द पालन होता है और जनता को इस समस्या से निजात मिलती है. देखनी वाली बात यह भी होगी कि कांग्रेस की सस्ती बिजली का मुद्दा लोगों को कितना लुभा पाता है.

खंडवा। कोरोना महामारी के मुश्किल दौर में घरों की माली हालात खराब हो रही है. ऐसे में प्रदेश का बिजली विभाग मनमानी कर रहा है . प्रदेश भर से इस बात की शिकायतें मिल रही हैं कि बिजली उपभोक्ताओं को अनाप-शनाप बिल थमाए जा रहे हैं. कोरोना काल में बिजली कंपनियां उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिजली बिलों के रूप में झटके दे रही है. लॉकडाउन के तीन महीनों का बिल एक साथ मिलना उपभोक्ताओं को बड़ा झटका दे रहा है. जो बिल पहले 100-150 रूपए प्रतिमाह आया करते थे वो अब 3000-12000 रुपए तक आ रहा है. कोरोना काल में पहले से आर्थिक तंगी झेल रहे उपभोक्ताओं के लिए दो जून की रोटी कमाना कठिन हो गया है. ऐसे में इन बढ़े हुए बिजली बिलों ने आम लोगों को 440 वोल्ट का झटका दिया है.

बिजली बिल ने दिया 440 वोल्ट का झटका

कोरोना के बाद बिजली का झटका
लोगों का कहना है कि बाजार में सुस्ती है, कामकाज ठंडा पड़ा है, पैसों की आवक नहीं है, लेकिन बढ़ते हुए बिजली के बिलों को देखकर झटका जरूर लग रहा है. गरीब आदमी जहां पहले 100-150 रुपये का बिल चुका के ही परेशान था, उसे अब लॉकडाउन के 3 महीने का बिल, वो भी औने पौने दाम का भारी झटका दे रहा है. बिजली विभाग उन्हें 12 हजार तक के बिजली बिल थमा रहा है ऐसे में पहले से ही रोजी रोटी को लेकर परेशान आदमी इस भारी भरकम बिल को कैसे चुकाएगा.

Consumers upset due to increased electricity bill
सब स्टेशन

सरकार की योजनाओं का नहीं मिल रहा लाभ
शिवराज सरकार में संबल योजना में पात्र हितग्राहियों को 200 रूपए प्रतिमाह जो बिल आता था उसे कमलनाथ सरकार ने आधा यानि 100 रुपए प्रतिमाह कर दिया था. गरीब वर्ग के लिए सरकार ने राहत की घोषणा की है, लेकिन बिजली बिलों ने मध्यम वर्गीय लोगों की कमर तोड़ दी है. जिन लोगों के बिजली बिल 500 से 800 रूपए के बीच आता था, उन्हें अब हजारों रूपए का बिल थमाया जा रहा हैं.

Consumers upset due to increased electricity bill
बिजली मीटर

सरकार पर दोष मढ़ रहा विपक्ष
इस संकट की घड़ी में लगातार बढ़ रहे बिजली के बिलों को लेकर युवा कांग्रेस ने भी पिछले दिनों बिजली कंपनी का घेराव किया था और बढ़े हुए बिजली बिलों को घटाने की मांग की गई थी. जिसके बाद खंडवा युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अंकित पाठक ने चेतावनी दी है कि अगर बढ़े हुए बिजली बिलों को माफ नहीं किया गया तो युवा कांग्रेस बड़ा आंदोलन करेगी.

Consumers upset due to increased electricity bill
हजारों में आया बिजली बिल

विसंगतियां दूर करने की बात कह रहे अधिकारी
मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी एसआर सैमिल ने बताया कि बिजली बिलों को लेकर जो कुछ विसंगतियां हैं, उन्हें दूर किया जा रहा है. उन्होंने बताया की लॉकडाउन के 3 महीने मीटर रीडिंग नहीं ली गई बल्कि पिछले साल की रीडिंग के हिसाब से एवरेज बिल दिया गया. उपभोक्ताओं को किस्तों में भुगतान करने की छूट दी गई है. हालांकि एसआर सैमिल ने बताया कि सरकार ने 30 दिनों के भीतर रीडिंग लेने के आदेश दिए हैं, जिसके बाद उसे रीडिंग को घटाकर ही उपभोक्ताओं से बिल लिया जाएगा.

Consumers upset due to increased electricity bill
बिल दिखाते उपभोक्ता

एमपी में चल रही है स्मार्ट मीटर-स्मार्ट बिलिंग योजना
मध्यप्रदेश में बिजली मीटर्स की खराबी और बिलिंग की गड़बड़ियों को रोकने के लिए एमपी में स्मार्ट मीटर्स लगाने की शुरुआत हुई है. इसके तहत कुछ नियम बनाए गए हैं. जिसके तहत ये मीटर लगाए जा रहे हैं.

  • राज्य के 3 डिस्कॉम में लगाए जाएंगे 'स्मार्ट मीटर्स'
  • 700 करोड़ का खर्च आने का है अनुमान
  • बिजली बिलों की गड़बड़ियों को रोकेंगे 'स्मार्ट मीटर्स'
  • एमपी में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की है योजना
  • भोपाल में 4.7 लाख बिजली कनेक्शन हैं
  • राजधानी भोपाल में 3.7 लाख स्मार्ट मीटर लगाने की हुई शुरुआत
  • ऐसे में 80% मीटर, स्मार्ट मीटर में हो जाएंगे तब्दील
  • इससे बिजली विभाग के कर्मचारियों का बिलिंग में हस्तक्षेप खत्म होगा
    Consumers upset due to increased electricity bill
    पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी

आने वाले समय में प्रदेश की 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. शायद इसीलिए कुछ रोज पहले इंदौर के दौरे पर गए सूबे के मुखिया ने बिजली बिल माफ करने की घोषणा की है अब देखना होगा की सीएम शिवराज की घोषणा का कितने जल्द पालन होता है और जनता को इस समस्या से निजात मिलती है. देखनी वाली बात यह भी होगी कि कांग्रेस की सस्ती बिजली का मुद्दा लोगों को कितना लुभा पाता है.

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