खंडवा। किसी घर में यदि कोई बीमार हो और बीमार नवजात किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त हो तो परिवार के लिए असहनीय हो जाता है. ऐसी ही दास्तां खंडवा जिले के डोंगरगांव की हैं. यहां शिंदे परिवार में जन्मी 8 माह की अनन्या जन्म से ही बीमार है. उस परिवार में ऐसा लगता है कि जैसे खुशी थम सी गई हो. डॉक्टरों को दिखाने पर पता चला कि अनन्या के दिल में छेद है. मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने इस मासूम को नई जिंदगी दी है.
बता दें कि प्रदेश सरकार की संवेदनशील योजना मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने प्रदेश के कई मासूमों की ज़िंदगी दी है. 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के दिल में छेद होने पर मुख्यमंत्री मंत्री बाल हृदय उपचार योजना में उपचार मुफ्त होता है. इस योजना से प्रदेश भर में मासूमों का इलाज मुफ्त मिलने से कई परिवारों में खुशियां लौट आई है.
पिछले साल खंडवा के 50 से अधिक हितग्राहियों को योजना के तहत ऑपरेशन किया गया था. इस साल अभी तक जिले 22 से अधिक बच्चों को योजना का लाभ मिल चुका है. अगस्त 2019 में 5 बच्चों को इस योजना से लाभ दिया जा चुका है.
जिला चिकित्सालय के संवेदनशील कर्मचारियों ने अनन्या की स्थिति और पिता की परेशानी को देखते हुए इस योजना के तहत इंजाल शुरु कर अनन्या को नई जिंदगी दी है. अनन्या की मां ने बताया कि जब मेदांता अनन्या को अस्पताल दिखाया गया तो वहां के डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया था. जिसके बाद अनन्या का पर SRCC अस्पताल, मुम्बई में 28 अगस्त 2019 को सफलतापूर्वक ऑपरेशन हुआ.