ETV Bharat / state

मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने खंडवा की अनन्या को दी नई जिंदगी - Beneficiary

खंडवा जिले के डोंगरगांव के शिंदे परिवार में जन्मी 9 महीने की अनन्या जन्म से ही बीमार थी. क्योंकि अनन्या के दिल में छेद था. जिसके बाद मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत अनन्या का सफलपूर्वक इलाज हुआ और वह बिल्कुल ही स्वस्थ है.

दिल में छेद की बीमारी से जूझ रही थी अनन्या
author img

By

Published : Sep 15, 2019, 12:19 AM IST

Updated : Sep 15, 2019, 12:03 PM IST

खंडवा। किसी घर में यदि कोई बीमार हो और बीमार नवजात किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त हो तो परिवार के लिए असहनीय हो जाता है. ऐसी ही दास्तां खंडवा जिले के डोंगरगांव की हैं. यहां शिंदे परिवार में जन्मी 8 माह की अनन्या जन्म से ही बीमार है. उस परिवार में ऐसा लगता है कि जैसे खुशी थम सी गई हो. डॉक्टरों को दिखाने पर पता चला कि अनन्या के दिल में छेद है. मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने इस मासूम को नई जिंदगी दी है.

मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने अनन्या को दी नई जिंदगी

बता दें कि प्रदेश सरकार की संवेदनशील योजना मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने प्रदेश के कई मासूमों की ज़िंदगी दी है. 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के दिल में छेद होने पर मुख्यमंत्री मंत्री बाल हृदय उपचार योजना में उपचार मुफ्त होता है. इस योजना से प्रदेश भर में मासूमों का इलाज मुफ्त मिलने से कई परिवारों में खुशियां लौट आई है.

पिछले साल खंडवा के 50 से अधिक हितग्राहियों को योजना के तहत ऑपरेशन किया गया था. इस साल अभी तक जिले 22 से अधिक बच्चों को योजना का लाभ मिल चुका है. अगस्त 2019 में 5 बच्चों को इस योजना से लाभ दिया जा चुका है.

जिला चिकित्सालय के संवेदनशील कर्मचारियों ने अनन्या की स्थिति और पिता की परेशानी को देखते हुए इस योजना के तहत इंजाल शुरु कर अनन्या को नई जिंदगी दी है. अनन्या की मां ने बताया कि जब मेदांता अनन्या को अस्पताल दिखाया गया तो वहां के डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया था. जिसके बाद अनन्या का पर SRCC अस्पताल, मुम्बई में 28 अगस्त 2019 को सफलतापूर्वक ऑपरेशन हुआ.

खंडवा। किसी घर में यदि कोई बीमार हो और बीमार नवजात किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त हो तो परिवार के लिए असहनीय हो जाता है. ऐसी ही दास्तां खंडवा जिले के डोंगरगांव की हैं. यहां शिंदे परिवार में जन्मी 8 माह की अनन्या जन्म से ही बीमार है. उस परिवार में ऐसा लगता है कि जैसे खुशी थम सी गई हो. डॉक्टरों को दिखाने पर पता चला कि अनन्या के दिल में छेद है. मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने इस मासूम को नई जिंदगी दी है.

मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने अनन्या को दी नई जिंदगी

बता दें कि प्रदेश सरकार की संवेदनशील योजना मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने प्रदेश के कई मासूमों की ज़िंदगी दी है. 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के दिल में छेद होने पर मुख्यमंत्री मंत्री बाल हृदय उपचार योजना में उपचार मुफ्त होता है. इस योजना से प्रदेश भर में मासूमों का इलाज मुफ्त मिलने से कई परिवारों में खुशियां लौट आई है.

पिछले साल खंडवा के 50 से अधिक हितग्राहियों को योजना के तहत ऑपरेशन किया गया था. इस साल अभी तक जिले 22 से अधिक बच्चों को योजना का लाभ मिल चुका है. अगस्त 2019 में 5 बच्चों को इस योजना से लाभ दिया जा चुका है.

जिला चिकित्सालय के संवेदनशील कर्मचारियों ने अनन्या की स्थिति और पिता की परेशानी को देखते हुए इस योजना के तहत इंजाल शुरु कर अनन्या को नई जिंदगी दी है. अनन्या की मां ने बताया कि जब मेदांता अनन्या को अस्पताल दिखाया गया तो वहां के डॉक्टरों ने इलाज करने से मना कर दिया था. जिसके बाद अनन्या का पर SRCC अस्पताल, मुम्बई में 28 अगस्त 2019 को सफलतापूर्वक ऑपरेशन हुआ.

Intro:खंडवा - किसी घर में यदि कोई बीमार हो और यदि बीमार नवजात किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त हो तो परिवार के लिए असहनीय हो जाता है. ऐसी ही दास्तां खंडवा के डोंगरगांव की हैं जहां शिंदे परिवार में जन्मी 8 माह की अनन्या जन्म से ही बीमार रहती थी. जिससे परिवार में तनाव का माहौल रहता था खुशी जैसे थम सी गई थी. डॉक्टरों को दिखाया तो पता चला अनन्या के दिल में छेद है. मुख्यमंत्री मंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने इस मासूम को नई जिंदगी दी.

Body:गौरतलब हैं कि प्रदेश सरकार की संवेदनशील योजना मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना ने प्रदेश के कई मासूमो की ज़िंदगी दी है. 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों के दिल मे छेद होने पर मुख्यमंत्री मंत्री बाल हृदय उपचार योजना में उपचार मुफ्त होता है. इस योजना से प्रदेश भर में मासूमों का इलाज मुफ्त मिलने से कई परिवारों को खुशियां मिली है. पिछले वर्ष जिले के 50 से अधिक का इस योजना के तहत ऑपरेशन किया गया था. इस वर्ष अभी तक जिले 22 से अधिक बच्चो को योजना का लाभ मिल चुका है. अगस्त 2019 में 5 बच्चो को इस योजना से लाभ मिल चुका है.

खंडवा के डोंगरगांव के शिंदे परिवार में जन्मी 8 माह की अनन्या जन्म से बीमार रहती थी जिसको लेकर परिवार परेशान रहते थे. अनन्या को लेकर माता पिता जगह जगह भटक रहे थे. तब जिला चिकित्सालय में दिखाया गया तो पता चला कि अनन्या के दिल में छेद है परिवार घबरा गया तब राष्ट्रीय बीमारी स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक विनोद पंवार ने उन्हें इस योजना की पूरी जानकारी दी. बेहतर ईलाज का भरोसा दिलाया


जिला चिकित्सालय के संवेदनशील कर्मचारियों ने अनन्या की स्थिति देखते हुए और पिता सुनील शिंदे की परेशानी को देखते हुए इस योजना पर कार्य शुरू करके जांच के लिए अनन्या को मेदांता अस्पताल इंदौर भेजा जहां से मना करने पर SRCC अस्पताल मुम्बई में 28 अगस्त 2019 को सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया.

अनन्या के ठीक होने पर परिवार का धन्यवाद करते नही थक रहा, अनन्या की माँ की खुशी उनके चेहरे पर साफ बयां कर रही हैं.
Byte - पूजा शिंदे , अनन्या की माँ

अनन्या के पिता बेटी के ठीक होने पर ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों और जिला अस्पताल की RBSK टीम और मध्यप्रदेश की सरकार का धन्यवाद करते नही थक रहे. सभी के सहयोग और मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के चलते मेरा पूरा परिवार और गांव के लोग भी खुश है.

Byte - सुनील शिंदे ,अनन्या के पिता

RBSK की टीम और जिला अस्पताल की टीम ने मासूम अनन्या के परिवार की स्थिति को देखते हुए उन्हें SRCC अस्पताल मुंबई भेजने के लिए ततपरता दिखाई और आज अनन्या का पूरा परिवार खुश है.

Byte - विनोद तंवर, जिला समन्वयक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम खंडवा

खंडवा के जिला चिकित्सालय के डॉक्टर की माने तो अनन्या पूरी तरह स्वस्थ्य है. अनन्या के स्वास्थ्य लिए परिवार को जिला चिकित्सालय और RSCC में रूटीन चेकअप की सलाह दी है.

Byte - डॉ भूषण बांडे, शिशु रोग जिला अस्पताल
Conclusion:मध्यप्रदेश में यूं तो स्वास्थ्य सेवाएँ उतनी बेहतर नहीं हैं लेकिन इस तरह की स्वास्थ्य योजनाओं में पारदर्शिता और बेहतर क्रियान्वयन से उन जरूरतमंद लोगों को लाभ मिलता है. जो इसके हकदार हैं.
Last Updated : Sep 15, 2019, 12:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.