जबलपुर। यह मामला कटनी निवासी एडवोकेट ब्रम्हमूर्ति तिवारी की ओर से दायर किया गया है. जिसमें कहा गया है कि विजयराघवगढ़ शासकीय अस्पताल के अंतर्गत चार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र है. जहां पर वर्ष 2013 में सोनाग्राफी मशीन उपलब्ध करायी गई ताकि गर्भवती महिलाओं सहित अन्य मरीजों को परेशानियों का सामना न करना पड़े. आरोप है कि जब से मशीन उपलब्ध हुई तब से बंद हालत में पड़ी है. उसका उपयोग नहीं किया जा रहा है.
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निजी लोगों को लाभ पहुंचाने का आरोप : आरोप है कि ये सब निजी लोगों को लाभ पहुंचाने के लिये किया जा रहा है. जिस कारण पीड़ितों को 30 से 35 किमी. का सफर तय कर सोनाग्राफी कराने कटनी जाना पड़ता है. याचिका में राहत चाही गई कि उक्त सोनोग्राफी मशीन को चालू कराया जाये, ताकि मरीज खासतौर पर महिलाओं को परेशानी से बचाया जा सके. मामले में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव, कलेक्टर कटनी व सीएमएचओ कटनी को पक्षकार बनाया गया है. मामले की प्रारंभिक सुनवाई के बाद न्यायालय ने अनावेदकों को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के निर्देश दिये हैं. याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता हिमांशु मिश्रा ने पक्ष रखा.