कटनी। मौजूदा प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कर्ज माफी से लेकर धान खरीदी में किसानों को सहूलियत देना चाहती है. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी के चलते किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मामला कटनी जिला के विपणन सहकारी खरीदी केंद्र है, जहां खरीदी केंद्र क्रमांक एक और दो पर धान बेचने आए किसान शासकीय नियमों के आड़ में परेशान होते नजर आए.
किसानों की धान खरीदी के लिए सरकार ने मुफ्त में तुलाई का प्रावधान किया है लेकिन इस केंद्र में 35 रुपए प्रति क्विंटल से धान तुलाई का पैसा लिया जा रहा है. यहां तक की तुलाई में भी अधिक वजन लिया जा रहा है. वहीं जो किसान पैसे देने से इनकार करते हैं उसकी धान को रिजेक्ट कर दिया जाता है ऐसे में किसान मजबूरी मैं प्रति क्विंटल के हिसाब से धान तुलाई का पैसा देने के लिए मजबूर है.
धान खरीदी केंद्र के मैनेजर के मुताबिक इस तरह की कोई धांधली नहीं चल रही है. जो भी लोग यहां धान बेचने आते हैं वह कार्ड दिखाते हैं, उसी आधार पर धान खरीदा जाता है. धान खरीदी केंद्र के खरीदी प्रभारी के मुताबिक वह किसी को पहचानते नहीं है. साहसी कार्यों के आधार पर यह काम किया जा रहा है और किसी तरह का घोटाला नहीं हो रहा है.