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धान खरीदी केंद्रों में किसानों से वसूला जा रहा मनमाने तरीके से पैसा - katni news

कटनी जिला के विपणन सहकारी खरीदी केंद्र में किसानों से धान तुलाई का 35 रुपए प्रति क्विंटल पैसा लिया जा रहा है.

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धान खरीद केंद्रों पर वसूला जा रहा पैसा
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Published : Dec 20, 2019, 4:05 PM IST

कटनी। मौजूदा प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कर्ज माफी से लेकर धान खरीदी में किसानों को सहूलियत देना चाहती है. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी के चलते किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मामला कटनी जिला के विपणन सहकारी खरीदी केंद्र है, जहां खरीदी केंद्र क्रमांक एक और दो पर धान बेचने आए किसान शासकीय नियमों के आड़ में परेशान होते नजर आए.

धान खरीद केंद्रों पर वसूला जा रहा पैसा


किसानों की धान खरीदी के लिए सरकार ने मुफ्त में तुलाई का प्रावधान किया है लेकिन इस केंद्र में 35 रुपए प्रति क्विंटल से धान तुलाई का पैसा लिया जा रहा है. यहां तक की तुलाई में भी अधिक वजन लिया जा रहा है. वहीं जो किसान पैसे देने से इनकार करते हैं उसकी धान को रिजेक्ट कर दिया जाता है ऐसे में किसान मजबूरी मैं प्रति क्विंटल के हिसाब से धान तुलाई का पैसा देने के लिए मजबूर है.


धान खरीदी केंद्र के मैनेजर के मुताबिक इस तरह की कोई धांधली नहीं चल रही है. जो भी लोग यहां धान बेचने आते हैं वह कार्ड दिखाते हैं, उसी आधार पर धान खरीदा जाता है. धान खरीदी केंद्र के खरीदी प्रभारी के मुताबिक वह किसी को पहचानते नहीं है. साहसी कार्यों के आधार पर यह काम किया जा रहा है और किसी तरह का घोटाला नहीं हो रहा है.

कटनी। मौजूदा प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कर्ज माफी से लेकर धान खरीदी में किसानों को सहूलियत देना चाहती है. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी के चलते किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. मामला कटनी जिला के विपणन सहकारी खरीदी केंद्र है, जहां खरीदी केंद्र क्रमांक एक और दो पर धान बेचने आए किसान शासकीय नियमों के आड़ में परेशान होते नजर आए.

धान खरीद केंद्रों पर वसूला जा रहा पैसा


किसानों की धान खरीदी के लिए सरकार ने मुफ्त में तुलाई का प्रावधान किया है लेकिन इस केंद्र में 35 रुपए प्रति क्विंटल से धान तुलाई का पैसा लिया जा रहा है. यहां तक की तुलाई में भी अधिक वजन लिया जा रहा है. वहीं जो किसान पैसे देने से इनकार करते हैं उसकी धान को रिजेक्ट कर दिया जाता है ऐसे में किसान मजबूरी मैं प्रति क्विंटल के हिसाब से धान तुलाई का पैसा देने के लिए मजबूर है.


धान खरीदी केंद्र के मैनेजर के मुताबिक इस तरह की कोई धांधली नहीं चल रही है. जो भी लोग यहां धान बेचने आते हैं वह कार्ड दिखाते हैं, उसी आधार पर धान खरीदा जाता है. धान खरीदी केंद्र के खरीदी प्रभारी के मुताबिक वह किसी को पहचानते नहीं है. साहसी कार्यों के आधार पर यह काम किया जा रहा है और किसी तरह का घोटाला नहीं हो रहा है.

Intro:कटनी । मौजूदा प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कर्ज माफी से लेकर धान खरीदी में किसानों को सहूलियत देना चाहती है । लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की मनमानी के चलते किसानों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।ताजा मामला कटनी जिला के विपणन सहकारी खरीदी केंद्र है , जहां खरीदी केंद्र क्रमांक 1 और 2 पर धान बेचने आए किसान शासकीय नियमों के आड़ में परेशान होते नजर आए ।


Body:वीओ - खास बात यह है कि किसानों की धान खरीदी के लिए सरकार ने मुफ्त में चलाई का प्रावधान किया है लेकिन इस केंद्र में ₹35 प्रति क्विंटल के हिसाब से धान तलाई का पैसा दिया जा रहा है यहां तक की तुलाई में भी अधिक वजन लिया जा रहा है जो किसान पैसे देने से इनकार करते हैं उसकी धान को रिजेक्ट कर दिया जाता है ऐसे में किसान मजबूरी मैं ₹35 प्रति क्विंटल के हिसाब से धान तलाई का पैसा देने के लिए मजबूर है किसानों के मुताबिक 4 दिन तक में लटकाया जाता है जिसके बाद मजबूरी में धान पढ़ाई का पैसा देना पड़ता है । सबसे अहम बात यह है कि इसी धान खरीदी केंद्र पर तमाम व्यापारियों की धान बिना रोक-टोक के खरीद ली जा रही है , ऐसे में शासन की महत्वाकांक्षी योजना भी अधर में लटकती हुई नजर आ रही है ।


Conclusion:फाईनल - इधर धान खरीदी केंद्र के मैनेजर के मुताबिक इस तरह की कोई धांधली नहीं चल रही है और जो भी लोग यहां धान बेचने आते हैं वह कार्ड दिखाते हैं उसी आधार पर धान खरीदा जाता है धान खरीदी केंद्र के खरीदी प्रभारी के मुताबिक वह किसी को पहचानते नहीं है साहसी कार्यों के आधार पर यह काम किया जा रहा है और किसी तरह का घोटाला नहीं हो रहा है ।
जाहिर तौर पर धान खरीदी केंद्र पहुंचे किसान बेवजह प्रबंधक की शिकायत नहीं कर सकते हैं , कहीं ना कहीं उन्हें प्रबंधक से परेशानी हुई है ,और धान खरीदी में कहीं न कहीं कुछ न कुछ गोलमाल जरूर हो रहा है , जिसके चलते किसान खासे नाराज हैं ।

बाईट - राजेश पटेल - किसान
बाईट - सुनील पटेल - किसान
बाईट - रामसखा - पल्लेदार
बाइट - सुधीर शुक्ला -खरीदी प्रभारी
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