कटनी। जिले के बड़वारा वनपरिक्षेत्र के गोपालपुरा रोड किनारे तेंदुए की फेंसिंग में फंसे होने की सूचना वन विभाग को मिली. सूचना मिलने पर डीएफओ, एसडीओ समेत वन अमला मौके पर रवाना हुआ. साथ में वन विभाग की टीम ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम को इसकी सूचना दी. वहीं इस घटना क्रम की जानकारी लगते ही ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है. वन विभाग के मुताबिक तेंदुए के फंसे हुए लोकेशन आर.एफ 440 कंपार्टमेंट है, जहां पर वन विभाग द्वारा सड़क के दोनों ओर वाहनों को रोक लिया है. वहीं बांधवगढ़ की रेस्क्यू टीम कटनी आ ही रही थी, लेकिन उस बीच तेंदुआ खुद को तार से छुड़ाते हुए जंगल की भाग गया है. इस मामले में डीएफओ गौरव शर्मा ने बताया कि ''तेंदुए के फंसे हुए स्थान पर कोई भी खून नहीं मिला जिससे ये स्पष्ट है उसे किसी तरह की चोट नहीं लगी है. अगर वो मिलता है तो उसकी जांच के लिए फॉरेस्ट डॉक्टर जाएंगे''.
खरगोन के औद्योगिक क्षेत्र में देखा गया तेंदुआः वहीं, खरगोन के कसरावद क्षेत्र के मुंबई आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित निमरानी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित नर्मदा फूड इंडस्ट्रीज के पीछे तेंदुआ दिखाई देने का वीडियो सामने आया है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो होने से आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना हुए है. वहीं नर्मदा फूड इंडस्ट्रीज कंपनी के कर्मचारी रितेश शर्मा निवासी निमरानी ने जानकारी देते हुए बताया कि ''बुधवार रात को कंपनी के पास में हो रहे रोड निर्माण में कुछ उपकरण चोरी होने की सूचना गुरुवार सुबह मिली थी, जिसको लेकर ठेकेदार सहित मेरे द्वारा सीसीटीवी फुटेज देखे गए, तो वहीं देखते ही वीडियो में तेंदुआ निकलता भी दिखाई दिया. किसानों सहित ग्रामीणों को जानकारी पहुंचाने लिए सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया''. इस मामले में खलटाका पुलिस से एएसआई विनोद पाटिल का कहना है ''कि कुछ महीने पूर्व तेंदुआ खलटाका पुलिस चौकी के आसपास भी रात में दिखाई दिया था, जिसकी सूचना पूर्व में वन विभाग को भी दी गई है''.
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लकड़बग्घा ने दो गांवों में ग्रामीणों पर किया हमलाः शिवपुरी के कोलारस थाना क्षेत्र के ग्राम पूरनखेड़ी और मोहराई में रविवार की देर शाम करीब साढ़े पांच बजे एक लकड़बग्घा ने दो गांवों में ग्रामीणों पर हमला कर दिया. इस हमले में करीब 5 लोगों घायल हो गए हैं। कई घायलों को उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है. लकड़बग्घा के हमले से भारतेंद के चार वर्षीय बेटे कार्तिक, मासूम समर पुत्र ललित धाकड़, रवि पुत्र हरभजन शाक्य उम्र 17 साल, अरूण पुत्र मोतीलाल कोली उम्र 21 साल सहित कुछ अन्य लोग घायल हुए हैं. ग्रामीण भारतेंद यादव की मानें तो इसी लकड़बग्घा ने उनके गांव के बाद पूरनखेड़ी गांव में ग्रामीणों पर हमला करते हुए लगभग पांच लोगों को वहां भी घायल किया है.