कटनी। कोरोना वायरस ने लोगों को ऐसा झटका दिया कि उससे उबरने में कई साल लग जाएंगे. कोरोना के कहर के बाद लगे लॉकडाउन से हर वर्ग परेशान हुआ. उद्योग धंधे चौपट हो गए. खासकर छोटे व्यापारियों की तो कमर ही टूट गई है. कटनी में सैलून संचालकों को भी आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है. तीन महीने तक सैलून पूरी तरह से बंद रहने के कारण सैकड़ों युवकों का रोजगार छिन गया, जबकि संचालकों को भी भारी परेशानी हुई.
हालांकि अनलॉक होने के बाद से सैलून खोलने की छूट दे दी गई है, लेकिन इसके लिए बनाए गए नियमों से संचालक परेशान हैं. उनका कहना है कि रविवार को दुकान बंद रखने का आदेश जारी किया गया है, जबकि सैलून की दुकान संडे को ही चलती है. लॉकडाउन की वजह से बाहरी लोगों का आना जाना बंद है, जबकि संडे को बंद के आदेश के बाद दुकानदारी ठप हो चुकी है.
सैलून संचालक अपनी समस्याओं को लेकर कई बार कलेक्टर से मदद की गुहार भी लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली. सैलून संचालकों का कहना है कि रात 8 बजे दुकान बंद करने का आदेश होने से भी उनको खासी परेशानी उठानी पड़ रही है.