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दूषित पानी पीने से 30 से ज्यादा लोग हुए बीमार, अस्पताल में करवाया गया भर्ती

कटनी से 35 किलोमीटर दूर भगनवारा गांव में गंदी नाली का पानी नलों में आ गया,जिस पानी को पीने के कारण गांव में डायरिया फैल गया है, 16 मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

उल्टी दस्त से भगनवारा ग्राम के सैकड़ों ग्रामीण ग्रसित
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Published : Jul 17, 2019, 9:12 PM IST

कटनी। जिले से 35 किलोमीटर दूर भगनवारा गांव में उल्टी दस्त की बीमारी फैलने से 30 से अधिक लोगों की हालत बिगड़ गई है. सभी मरीजों को स्लीमनाबाद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से 16 मरीजों को जिला अस्पताल भेजा गया है. गनीमत रही कि समय पर उपचार होने से सभी खतरे से बाहर हैं लेकिन बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग अपनी नींद से नहीं जागा है.

उल्टी दस्त से भगनवारा ग्राम के सैकड़ों ग्रामीण ग्रसित


भगनवारा के निवासी मुकेश कुमार पटेल ने बताया कि पूरे गांव में उल्टी दस्त की बीमारी फैली हुई है, यह बीमारी गांव की गंदी नाली का पानी नलों में आने के कारण फैली है, जिसे पीने के बाद लोग उल्टी-दस्त के शिकार हो रहे हैं. गांव में बेहतर पानी सप्लाई के लिए करोड़ों रुपए की लागत से फिल्ट्रेशन प्लांट बनाया गया है लेकिन अभी तक उसे शुरू नहीं किया गया अगर यह समय से चालू हो जाता तो गांव में ऐसी बीमारी नहीं फैलती.


डॉक्टरों की मानें तो हर वर्ष बरसात के मौसम में उल्टी दस्त के मरीज जिला अस्पताल में आते हैं. लेकिन इस साल मरीजों की संख्या कम है, उल्टी दस्त, डायरिया या आंध्रसोत यह बीमारी अभी तक कटनी जिले में नहीं आई है. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि भगनवारा के कई मरीजों जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिन्हें उल्टी दस्त की शिकायत है. डॉक्टर की बात पर डॉ. एस के शर्मा कहा कि अगर ऐसा है तो सीएमएचओ को यह जानकारी दी जाए, ये कहकर सिविल सर्जन ने अपना पल्ला झाड़ लिया.

कटनी। जिले से 35 किलोमीटर दूर भगनवारा गांव में उल्टी दस्त की बीमारी फैलने से 30 से अधिक लोगों की हालत बिगड़ गई है. सभी मरीजों को स्लीमनाबाद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से 16 मरीजों को जिला अस्पताल भेजा गया है. गनीमत रही कि समय पर उपचार होने से सभी खतरे से बाहर हैं लेकिन बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग अपनी नींद से नहीं जागा है.

उल्टी दस्त से भगनवारा ग्राम के सैकड़ों ग्रामीण ग्रसित


भगनवारा के निवासी मुकेश कुमार पटेल ने बताया कि पूरे गांव में उल्टी दस्त की बीमारी फैली हुई है, यह बीमारी गांव की गंदी नाली का पानी नलों में आने के कारण फैली है, जिसे पीने के बाद लोग उल्टी-दस्त के शिकार हो रहे हैं. गांव में बेहतर पानी सप्लाई के लिए करोड़ों रुपए की लागत से फिल्ट्रेशन प्लांट बनाया गया है लेकिन अभी तक उसे शुरू नहीं किया गया अगर यह समय से चालू हो जाता तो गांव में ऐसी बीमारी नहीं फैलती.


डॉक्टरों की मानें तो हर वर्ष बरसात के मौसम में उल्टी दस्त के मरीज जिला अस्पताल में आते हैं. लेकिन इस साल मरीजों की संख्या कम है, उल्टी दस्त, डायरिया या आंध्रसोत यह बीमारी अभी तक कटनी जिले में नहीं आई है. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का कहना है कि भगनवारा के कई मरीजों जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिन्हें उल्टी दस्त की शिकायत है. डॉक्टर की बात पर डॉ. एस के शर्मा कहा कि अगर ऐसा है तो सीएमएचओ को यह जानकारी दी जाए, ये कहकर सिविल सर्जन ने अपना पल्ला झाड़ लिया.

Intro:कटनी । मुख्यालय से महज 35 किलोमीटर दूर भगनवारा ग्राम में उल्टी दस्त की बीमारी फैलने से 30 से अधिक लोग बीमार हैं । सभी मरीजों को स्लीमनाबाद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से 16 मरीजों को जिला अस्पताल भेजा गया है जहां पर उनका इलाज जारी है । गनीमत यह है कि समय पर उपचार होने से सभी खतरे से बाहर हैं ।और वही स्वास्थ्य कर्मी कुंभकर्ण निद्रा में है।


Body:वीओ - ग्रामीण मुकेश कुमार पटेल ने बताया कि पूरे गांव में उल्टी दस्त बीमारी फैली हुई है यह बीमारी गांव के गंदी नाली के पानी नलों में आ रहा है जिसे पीने के बाद लोग उल्टी-दस्त से अस्पताल पहुंच रहे हैं । जबकि गांव में बेहतर पानी सप्लाई के लिए पीएचई विभाग ने करोड़ों रुपए की लागत से फिल्ट्रेशन प्लांट ही बनाया है लेकिन अभी तक उसे शुरू नहीं किया गया अगर यह समय से चालू हो जाता तो गांव में ऐसी बीमारी नहीं फैलती ।


Conclusion:फाईनल - डॉक्टर से विसर्जन की मानें तो हर वर्ष बरसात के मौसम में उल्टी दस्त के मरीज जिला अस्पताल में आते हैं । लेकिन इस वर्ष मरीज की संख्या कम है उल्टी दस्त को यह भी कहा जाता है डायरिया या आंध्रसोत यह बीमारी अभी तक कटनी जिले में नहीं आई है । और जब डॉक्टर सिविल सर्जन से मीडिया ने सवाल पूछा कि भगनवारा ग्राम के कई मरीज जिला अस्पताल में भर्ती हैं जिन्हें उल्टी दस्त से भर्ती कराया गया है तो डॉक्टर का कहना है कि अगर ऐसा है तो सीएमएचओ को यह जानकारी दो यह कहकर सिविल सर्जन ने अपना पल्ला झाड़ लिया ।
बाईट - मुकेश कुमार पटेल - मरीज
बाईट - डॉ एस के शर्मा - सिविल सर्जन कटनी
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