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यूरिया-खाद के लिए खरीदी केंद्र में उमड़ी किसानों की भीड़, उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां

झाबुआ में यूरिया-खाद की किल्लत से परेशान किसान खाद वितरण केंद्र पहुंचे, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किसी ने नहीं किया. ऐसे में यही भीड़ कोरोना संक्रमण को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकती है.

violation of social distance
उड़ाई सोशल डिस्टेंस की धज्जियां
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Published : Jul 27, 2020, 11:28 AM IST

झाबुआ। किसानों के लिए खेतों में फसल के लिए जरुरी यूरिया-खाद की किल्लत मुसीबत का सबब बनती जा रही है. झाबुआ जिले कि सरकारी सोसाइटियों और वितरण केंद्रों पर यूरिया की कमी के चलते राज्य सरकार ने यूरिया-खाद की रैक मेघनगर भेजी है, जिसके चलते किसान बड़ी संख्या में यूरिया लेने के लिए खाद वितरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. जहां सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं.

खाद वितरण केंद्र पर उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
यूरिया पहुंचने के बाद प्रशासन को मालूम था कि बड़ी संख्या में किसान इन केंद्रों पर खाद लेने के लिए पहुंचेंगे, बावजूद इसके वहां सोशल डिस्टेंसिंग मेंनटेन करवाने के लिए कोई तैयारी नहीं की गई थी. एक ओर जिले में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, जिससे अचानक मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही हैं. वहीं केंद्र सरकार की एडवाइजरी के बावजूद जिले में बैठे जिम्मेदार कोरोना संक्रमण से जिले को मुक्त रखने के लिए बड़े-बड़े निर्देश तो जारी करते हैं लेकिन धरातल पर इन निर्देशों का पालन नहीं कर पाते.ये भी पढ़ें- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूसरी कोरोना जांच रिपार्ट भी आई पॉजिटिव

सोशल डिस्टेंसिंग का मखौल उड़ाने वाली तस्वीर झाबुआ जिले से रोज सामने आ रही है. मेघनगर के खाद गोदाम पर यूरिया लेने के लिए सैकड़ों किसान कतार में दिखाई दिए लेकिन इस इस दौरान इन लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं किया और न ही गोदाम प्रबंधक ने इन लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए कोई अपील की, जिसके चलते लोग भीड़-भाड़ में खड़े नजर आए और यही भीड़ कोरोना संक्रमण को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकती है.

बता दें, फिलहाल जिले में 121 कोरोना संक्रमित मरीज हैं, जिनमें से 61 एक्टिव हैं. फिलहाल इन सभी एक्टिव मरीजों का इलाज जारी है. वहीं 57 कोरोना संक्रमित ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं, जबकि तीन लोग कोरोना की चपेट में आने के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं.

झाबुआ। किसानों के लिए खेतों में फसल के लिए जरुरी यूरिया-खाद की किल्लत मुसीबत का सबब बनती जा रही है. झाबुआ जिले कि सरकारी सोसाइटियों और वितरण केंद्रों पर यूरिया की कमी के चलते राज्य सरकार ने यूरिया-खाद की रैक मेघनगर भेजी है, जिसके चलते किसान बड़ी संख्या में यूरिया लेने के लिए खाद वितरण केंद्रों पर पहुंच रहे हैं. जहां सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं.

खाद वितरण केंद्र पर उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
यूरिया पहुंचने के बाद प्रशासन को मालूम था कि बड़ी संख्या में किसान इन केंद्रों पर खाद लेने के लिए पहुंचेंगे, बावजूद इसके वहां सोशल डिस्टेंसिंग मेंनटेन करवाने के लिए कोई तैयारी नहीं की गई थी. एक ओर जिले में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, जिससे अचानक मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही हैं. वहीं केंद्र सरकार की एडवाइजरी के बावजूद जिले में बैठे जिम्मेदार कोरोना संक्रमण से जिले को मुक्त रखने के लिए बड़े-बड़े निर्देश तो जारी करते हैं लेकिन धरातल पर इन निर्देशों का पालन नहीं कर पाते.ये भी पढ़ें- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दूसरी कोरोना जांच रिपार्ट भी आई पॉजिटिव

सोशल डिस्टेंसिंग का मखौल उड़ाने वाली तस्वीर झाबुआ जिले से रोज सामने आ रही है. मेघनगर के खाद गोदाम पर यूरिया लेने के लिए सैकड़ों किसान कतार में दिखाई दिए लेकिन इस इस दौरान इन लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं किया और न ही गोदाम प्रबंधक ने इन लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए कोई अपील की, जिसके चलते लोग भीड़-भाड़ में खड़े नजर आए और यही भीड़ कोरोना संक्रमण को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकती है.

बता दें, फिलहाल जिले में 121 कोरोना संक्रमित मरीज हैं, जिनमें से 61 एक्टिव हैं. फिलहाल इन सभी एक्टिव मरीजों का इलाज जारी है. वहीं 57 कोरोना संक्रमित ठीक होकर अपने घर वापस जा चुके हैं, जबकि तीन लोग कोरोना की चपेट में आने के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं.

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