झाबुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्वच्छ भारत योजना के अंतर्गत गांव को निर्मल बनाने के लिए शौचालय विहीन घरों में इज्जत घर बनाए गये. शौचालय निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों ने निजी वेंडरों से शौचालय निर्माण का काम तो करवा लिया लेकिन, अभी तक 2 वेंडरों का भुगतान नहीं किया गया.
दरअसल,मामला मेघनगर जनपद की ग्राम पंचायत पिपलिया का है.स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण के लिए हितग्राहियों के खातों में शासन ने 12 हजार रूपये प्रति शौचालय के मान से भुगतान किया था. पंच पिपलिया ग्राम पंचायत ने वेंडर राजेश प्रजापति से गांव में 42 शौचालय बनवाए लेकिन पिछले दो साल बाद भी भुगतान नहीं किया. जिसके लिए वो ग्राम पंचायत से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक के चक्कर काट कर रहा है.
राजेश प्रजापति के मुताबिक उसका 5 लाख रुपये अभी भी बकाया है, राशि के भुगतान के लिए पीड़ित ने सीएम हेल्पलाइन से लेकर कलेक्टर की जनसुनवाई में कई आवेदन किए, लेकिन जिला प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया.