झाबुआ। जिले में सड़कों का हालत बेहद खस्ता हो चुकी है. चाहे स्टेट हाईवे हो या दूसरी सड़कें सभी गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं. जहां- तहां टूटी सड़कें हादसों को दावत देती नजर आ रही हैं. कांग्रेस विधायक और पूर्व केंद्रीय मंंत्री कांतिलाल भूरिया ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. भूरिया का कहना है कि प्रदेश में अतिवृष्टि से सड़कें उखड़ गई, लेकिन केंद्र सरकार ने पैसा नहीं दिया, साथ ही उन्होंने दलील दी है कि, प्रदेश सरकार अपने स्तर पर सड़कों की मरम्मत करने की पूरी कोशिश कर रही है.
जिले की खस्ताहाल सड़कों ने आज दिग्विजय सिंह के शासनकाल की यादों को ताजा कर दिया है. इन सड़कों पर वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
चालक- परिचालक संघ ने कलेक्टर से सड़कों की मरम्मत किए जाने की गुहार लगाई है, साथ ही अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है. इतना ही नहीं सांसद की अध्यक्षता में होने वाली दिशा समिति की बैठक में भी प्रभारी मंत्री के सामने इस मामले को रखा गया. साथ ही सड़कों के दोनों तरफ की झाड़ियों को काटने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देश दिए गए. बावजूद इसके समस्या जस की तस बनी हुई है.
अपनी बदहाली पर सड़कें बहा रही आंसू
दरअसल झाबुआ रतलाम स्टेट हाईवे की 114 किलोमीटर की सड़क का अधिकांश हिस्सा जर्जर और गड्ढों में तब्दील हो गया है. कुछ यही हालात झाबुआ कुक्षी- स्टेट हाईवे की भी है. जहां टोल टैक्स तो वसूला जाता है, लेकिन सड़कों की मरम्मत कई वर्षों से नहीं की जा रही है. जिसके चलते ये सड़कें यात्रियों के साथ- साथ वाहन चालकों के लिए भी परेशानी की सबब बन गई हैं. ऐसी ही कुछ हालात थांदला -लिमडी स्टेट हाईवे का भी है.