झाबुआ। नगर पालिका ने जिला मुख्यालय पर आम और गरीब लोगों को रात गुजारने के लिए निःशुल्क आश्रय स्थल बनाया है, बस स्टॉप के पास ही नगर पालिका में रैन बसेरा बना हुआ है, जिसमें 15 महिला और 15 पुरुष के रुकने की व्यवस्था की गई है, यहां महिला और पुरुष के लिए अलग अलग कक्ष हैं, जबकि मनोरंजन के लिए टीवी सेट भी लगाए गए हैं.
मंगलवार देर रात ईटीवी भारत मध्यप्रदेश की टीम ने झाबुआ के रैन बसेरे का रियलिटी चेक किया, इस दौरान पाया कि, रैन बसेरे में लोगों के लिए सुविधाएं तो पर्याप्त मौजूद थी, मगर उसका लाभ उठाने वाले नदारद रहे. आश्रय स्थल के बाहर नगर पालिका ने अलाव की व्यवस्था भी की है, जहां इक्का-दुक्का लोग अलाव से हाथ सेकते नजर आए.
नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा झाबुआ जिले की एकमात्र नगर पालिका में रैन बसेरे की व्यवस्था की गई है, जबकि मेघनगर, राणापुर, पेटलावद और थांदला नगर परिषद में ऐसी व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते वहां के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता. झाबुआ में रैन बसेरे में कम ही लोग रात गुजारने के लिए पहुंच रहे हैं, जबकि ये सुविधा नि:शुल्क है. रैन बसेरे में लोगों को रात रुकने के लिए सुविधाएं दी जाती है. मगर इसका प्रचार-प्रसार ना होने के चलते अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं है, लिहाजा कम लोग इसका उपयोग कर पा रहे हैं.